जानकारी के बाद भी प्रशासन बना मूक दर्शक, प्रशासक के पद पर उपजिलाधिकारी हैं आसीन
कर्नलगंज (गोण्डा)। तहसील व कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के अन्तर्गत गोंडा-लखनऊ हाईवे के किनारे मंदिर की वेशकीमती भूमि पर जबरन हो रहे अवैध निर्माण व कब्जे को तत्काल प्रभाव से रोके जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की गई है। मामले में आरोप है कि सत्तारूढ़़ दल के एक नेता व ब्लाक प्रमुख की सह पर दबंगों द्वारा उक्त भूमि पर अवैध निर्माण,कब्जा सोमवार से किया जा रहा है। इसकी शिकायत उपजिलाधिकारी, जिलाधिकारी सहित पुलिस अधिकारियों से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानते हुए मौन साधे है और अवैध निर्माण लगातार जारी है।
घनश्याम दास चेला धर्मराज उर्फ धर्मदास सर्वराकार ठाकुर रामजानकी चतुर्भुजी मंदिर बालकराम पुरवा कस्बा करनैलगंज ने आयुक्त देवीपाटन मंडल व जिलाधिकारी गोंडा को दिये गये शिकायती पत्र में कहा है कि गाटा संख्या-936स/0.0810 हे0, 937स/0.1090 हे0 स्थित ग्राम सकरौरा नगर, परगना ग्वारिच तहसील करनैलगंज मंदिर की सम्पत्ति है जो ठाकुर रामजानकी मंदिर चतुर्भुजी के नाम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज है और गोण्डा-लखनऊ मुख्यमार्ग पर स्थित है,जो काफी कीमती आराजी है। उस पर बिना किसी स्वत्व व अधिकार के विपक्षी अहमद रजा सलमानी पुत्र मेंहदीहसन व उनके सहयोगी बृजेश मिश्रा पुत्र ओमप्रकाश जबरदस्ती निर्माण करते हुए अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं,जिससे आम जनमानस की भावनायें आहत हो रही हैं तथा समाज में धार्मिक विद्वेष फैल रहा है और कभी भी स्थिति भयावह हो सकती है। घनश्याम दास का कहना है कि उक्त विपक्षीगण सत्तारूढ़़दल के नेता आशीष मिश्रा जो ब्लाक प्रमुख हैं की सह पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। जबकि उक्त गाटा संख्या की खतौनी में स्थगन आदेश दर्ज है। फिर भी विपक्षीगण जबरदस्ती निर्माण कर रहे हैं। उपजिलाधिकारी करनैलगंज से कई बार सम्पर्क करके अवैध निर्माण को रोकने के संबंध में कहा गया जो उक्त मंदिर के प्रशासक भी हैं,उन्होंने निष्क्रियता दिखाते हुए कोई कार्यवाही नहीं किया।
उक्त मंदिर की सम्पत्ति में अवैध निर्माण रोकने के बावत स्थगन का वाद सामान्य वाद सं०- 256/2024 ठाकुर रामजानकी मंदिर चतुर्भुजी बनाम अहमद रजा सलमानी न्यायालय सिविल जज (सी०डि०) गोण्डा के न्यायालय पर विचाराधीन है। जिसमें स्थगन पर सुनवाई हेतु दिनांक 21.10. 2024 नियत है। इसी दौरान विपक्षीगण जबरदस्ती अवैध रूप से निर्माण कर रहे हैं। जिसे तत्काल रोकवाया जाना आवश्यक है। अन्यथा धार्मिक विद्वेष व आक्रोश बढ़ सकता है,जिससे स्थिति भयावह हो सकती है।
यही नहीं उक्त भूमि के कार्यवाहक प्रशासक उप जिलाधिकारी हैं,उसके बावजूद मंदिर की वेशकीमती भूमि सुरक्षित नहीं है और तेजी से अवैध कब्जा हो रहा है। उपरोक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए जन आक्रोश व धार्मिक विद्वेष को शान्त करने के लिए मंदिर की उपरोक्त बेशकीमती हाईवे किनारे की भूमि पर विपक्षीगणों द्वारा कराये जा रहे जबरन अवैध निर्माण व कब्जे को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की गई है।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज से जानकारी करने के लिए संपर्क किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।