मेरठ। अभी कुछ ही दिनो ंपूर्व गोण्डा मंें भाजपा नेता द्वारा एसआई को मारने की धमकी दी गयी थी और आज खबर आ रही है कि मेरठ मे एक दरोगा की दबंगो ने मात्र इस लिए पिटाई कर दी कि उसने अपनी बेटी से हो रही छेडखानी का विरोध किया था। इन घटनाओं से सवाल यह खडा उठता है कि जिस पुलिस पर पूरे समाज की सुरक्षा का बोझ है यदि वही सुरक्षित नही रहेगी तो समाज अपने आप को कैसे सुरक्षित समझेगा। साथ ही सवाल यह भी उठता है कि आखिर योगी राज में पुलिस केा इस तरह धमकी और उनकी पिटाई क्यों हो रही है, क्या योगी इस तरह पुलिस को लाचार कर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बरबाद तो नही कर रहे।
ताजा मामला जिले के थाना क्षेत्र मेडिकल का है जहां से मिल रही जानकारी के अनुसार जेल मे कार्यरत एक एसआई अपनी बेटी को अपनी बाइक पर बिठाकर कही जा रहा था, पीछे से आ रही कार काफी देर तक बाइक का पीछा करती रही फिर कार सवारों बेटी को परेशान करते हुए बाइक में टक्क्र भी मार दी। जब एसआई ने विरोध किया तो कार में सवार दो युवक एसआई से भिड गये। वाद विवाद बढा तो यूवकों नेें एसआई की पिटाई कर दी। एसआई ने किसी तरह डायल 112 से सम्पर्क किया। कुछ देर बाद डायल 112 को आता देख एक युवक कार को लेकर वहां से भाग गया लेकिन मुख्य आरोपी को एसआई ने पकड लिया जिसे लेकर 112 थाने आ गयी।
बताया जा रहा है कि यह विवाद इतना बढ गया था कि युवको ंने पहले तो दरोगा का कालर पकड कर काफी देर तक धमकी दी फिर उसकी पिटाई भी कर दी। घंटो चले इस मामले पर हैरान करने वाला रवैया वहां मौजूद भीड का था जो पूरे घटनाक्रम को तमाशबीन होकर देखती रहीे उससे भी हैरानी भरा रवैया पुलिस का था जो इस मामले को ही दबाने में लगी रही। प्रकरण पर जब सीओ देवेश सिंह से जानकारी चाही गयी तो वे इस महत्वपूर्ण घटना से ही पूरी तरह अनभिज्ञ दिखे।
कुछ इसी तरह का मामला पिछले दिनों उस समय सामने गोंडा के भाजपा जिलाध्यक्ष सूर्यनारायण तिवारी द्वारा कोतवाली देहात में तैनात दरोगा अनुज गुप्त को जातिसूचक गालियां देने के साथ उन्हें पटककर मारने की धमकी उस समय दी गई जब उन दोनों की गाडी के टकराने पर दरोगा ने चालान काट दिया था ! इस विवाद का वीडियो भी वायरल हुआ था !