गोण्डा ! शासन के निर्देशों के क्रम में डीएम मार्कंडेय शाही ने जनपद के सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं शुरू करने के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस का संकमण कम हुआ है किन्तु लगातार सावधानी बरतने की आवश्यकता है । यह सुनिश्चित करना होगा कि कोविड प्रोटोकाल का पालन हर जगह आवश्यक रूप से करवाया जाय । कोविड के साथ- साथ नान कोविड पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि अस्पतालों की गतिविधियों को सीमित किये जाने के कारण लोगों को चिकित्सकीय सुविधायें प्राप्त करने में कठिनाई का अनुभव हो रहा है । इसलिए समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाल के साथ ओपीडी एवं आईपीडी सेवाएं 04 जून , 2021 से प्रारम्भ कर दी जाएंगी।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि सभी केन्द्रों में फीवर क्लीनिक पृथक से स्थापित की जायेगी, जिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हांकित किया गया है , वहाँ नान कोविड के ओपीडी एवं आईपीडी सेवाएं प्रारम्भ कर दिये जाएंगे । सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोई कोविड मरीज भर्ती हो तो उसे जनपद के एल-2 स्तर के अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा एवं सेनाटाईजेशन की कार्यवाही करते हुए नान कोविड चिकित्सा का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इसके अलावा समस्त प्रसव केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं के प्रसव का कार्य सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा तथा उनके एन्टेनेटल परीक्षण का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर यथास्थिति आपरेशन एवं प्रसव में सीजेरियन (सी सेक्शन) का कार्य भी प्रारम्भ करने के साथ ही जिला अस्पताल में सर्जिकल ओपीडी प्रारम्भ कर दिया जाएगा तथा मरीजों के आपरेशन भी प्रारम्भ कर दिये जाएँगे। जिला चिकित्सालयों में आपरेशन हेतु भर्ती भी प्रारम्भ कर दी जाएगी । आपरेशन से पूर्व रोगियों की टूनेट /आरटीपीसीआर जॉच करवाई जायेगी । ईएनटी एवं आँख के उपचार की ओपीडी के लिए पूर्व में ही आदेश दिये जा चुके है । अब इन ओपीडी को 02 घण्टे के बजाए अस्पताल के खुलने के पूरे समय तक चलाया जाएगा। अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर सेन्टर भी चलायें जाएँगे, जिनमें पूर्व में दिये गये आदेश के अनुसार फिजीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट एव मानसिक रोग विशेषज्ञ की टीम कार्य करेगी। जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर क्लीनिक/फ्लू कार्नर अवश्य स्थापित किया जाएगा।
कोविड लक्षणमुक्त रोगियों का परीक्षण यहीं कराया जाए ताकि वे अन्य रोगियों से पृथक रहें । इन स्थानों पर परीक्षण किये जाने वाले रोगियों का कोविड टेस्ट अनिवार्य रूप से टूनेट अथवा एन्टीजेन के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा तथा समस्त स्वास्थ्य उप केन्द्र भी सुचारू रूप से कार्य करेंगे तथा लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाए उपलब्ध कराएँगे। वे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि सभी अस्पतालों की रंगाई-पुताई का कार्य 07 जून तक अवश्य पूर्ण हो जाए तथा कोई भी चिकित्सालय बिना चिकित्सक वा स्टाफ के ना हो।