लखनऊ ! जैसा की विदित है यूनिक टीचर्स इम्प्लाइज कमेटी (यूटेक्) पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्षरत है। भावी कार्यक्रमों के अंतर्गत आज यूटेक पेंशन बहाली मंच के सदस्यों ने लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया।
यूटेक के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप सरल ने बताया कि यूटेक पेंशन मंच 1 अप्रैल 2005 से उत्तर प्रदेश में बंद पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए लगातार प्रयासरत है। इस संबंध में संगठन द्वारा समय-समय पर सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। इसी क्रम में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
संगठन के प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज मौर्य ने बताया कि लखनऊ में शिक्षकों ने बढ़- चढ़कर पेड़ लगाए , संगठन के उपाध्यक्ष निर्मेश पांडे ने पुरानी पेंशन को उसी तरह आवश्यक बताया जिस प्रकार जीवन के लिए पेड़ आवश्यक है।
प्रदेश आईटी सेल प्रभारी अतुल मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे हापुड़, अंबेडकर नगर, बस्ती, रायबरेली, जौनपुर, कानपुर, कासगंज, हरदोई, सीतापुर, सहित विभिन्न जनपदों में शिक्षकों व कर्मचारियों ने वृक्षारोपण किया। मीडिया प्रभारी जेपी सेठ ने मीडिया के माध्यम से सरकार तक संदेश पहुंचाने का आग्रह किया।
शिक्षक प्रतिनिधि रीना त्रिपाठी ने बताया कि बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से वृक्षारोपण की तस्वीरें शिक्षकों द्वारा लगातार शेयर की जा रही हैं और यह संदेश दिया जा रहा है कि जिस प्रकार छोटे पौधे के रूप में लगाया गया पौधा एक दिन विशाल वृक्ष बनता है और समय के साथ ऑक्सीजन फल फूल से मानव को लाभान्वित करता है उसी प्रकार छोटी बचत के रूप में कर्मचारी और सरकार के द्वारा दी गई राशि कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी सिद्ध होता है और पेंशन के रूप में कर्मचारी के जीवन यापन हेतु आवश्यक सुविधाएं मिल सकती हैं सभी शिक्षकों, कर्मचारीयो के लिए पुरानी पेंशन अति आवश्यक है।
इस कार्यक्रम में क्रांति सिंह (अध्यक्ष उत्तर प्रदेश ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ) सहित विभिन्न संगठनों ने भी प्रतिभाग किया । इस अभियान में राघवेंद्र प्रताप सिंह, मोहम्मद इरफान, सुनील मिश्रा, संतोष पांडे, विंध्यवासिनी मिश्रा, जितेंद्र वर्मा, अजय सागर, बसंत लाल गौतम, अलका गोयल, पूनम वर्मा, संदीप त्रिवेदी, प्रदीप बहादुर, सहित विभिन्न शिक्षकों व कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रोपित किए गए पौधों से वृक्ष के लाभ की जो अपेक्षाएं होती है उसी प्रकार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन से अपेक्षा है अतः सरकार को कर्मचारियों और शिक्षकों के हितों का ध्यान में रखते हुए पुरानी पेंशन पुनः बहाल की करनी चाहिए।