अव्यवस्था पर भड़के, लगाई जिम्मेदारों को लताड़
गोण्डा। आप क्या बनवा रहे है यह महत्वपूर्ण नहीं है महत्वपूर्ण यह है कि आप को जो जिम्मेदारी सौंपी गयी थी उस पर कितना कार्य हो रहा है और वह सही है या नहीं। उक्त बातें जिला मजिस्ट्ेट कैप्टन प्रभांशू श्रीवास्तव ने चिकित्सालय सीएमएस डा0 वीरपाल सिंह से अस्पताल निरीक्षण के दौरान कही।
वे शनिवार की शाम लगभग पांच बजकर दस मिनट पर अचानक जिला चिकित्सालय निरीक्षण करने पहुचें थे। चिकित्सालय निरीक्षण करने पहुचें जिलाधिकारी जब रैन बसेरा पहुंचें तो वहां जिला चिकित्सालय मैर्ट्न दिनेश मिश्र एवं इलेक्ट्ीशियन इस्लाम खां भी पहुचं गये और जिलाधिकारी के साथ हो लिए। आनन फानन में सूचना मिलने पर सीएसएस डा0 वीरपाल भी पहुंच गये। जिलाधिकारी ने आपातकालीन कक्ष से निरीक्षण की शुरूआत करते हुए ईएमओ डा0 विनय गुप्त से पूछताक्ष करने लगे उनहोनें उन्हें एप्रैन पहनने की हिदायत दी और कहा कि यह वस्त्र आपको सामान्य लोगों से अलग करता है और यह आपकी पहचान है। उन्होनें इसके बाद काल पर तैनात आपातकालीन डाक्टर अमित त्रिपाठी के विषय में बात करते हुए कहा कि यदि उन्हें काल किया जाये तो क्या वे पन्द्रह मिनट में यहां आ सकते हैं इस पर ईएमओं ने हां कहा। डीएम ने डाक्टर अमित को काल कर बुलाने की बात कही और बोले कि अभी मैं यहीं रहूंगा आने पर रिपोर्ट करें। फिर वे सीधे भोजनालय कक्ष पहुच गये, वहां उन्होनें रसोइघर में कार्यरत कर्मचारी आकाश से भोजन की गुणवत्ता एंव मरीजों की सापेक्ष मात्रा का तुलनात्मक विवरण पूछा, रोटी गर्म है कि नहीं जब वे देखने पहुचें तो रोटी की बाक्स के पीछे से एक बडा सा चूहा उछल कर भागा जिसे देखकर डीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि इन्हें रोके, यह यहां कैसे टहल रहे हैं।
बाहर निकलने पर वर्षो पुराने रखे टूटे कबाड पर सीएमएस से बोले कि प्रतिवर्ष कबाड की नीलामी या कबाडी को सुपूर्द कर राजस्व की प्राप्ति सूनिश्चित करें और गन्दगी को दूर करें। पुरूष सर्जिकल वार्ड के पीछे बने नाली एवं परिसर की गन्दगी पर वे बिफर उठे। उन्होनें सीएमएस को प्रतिदिन राउण्ड कर इसको दुरूस्त कराने की हिदायत दी। प्राइम क्लीनर्स के स्थानीय सुपरवाइजर शिवेन्द्र विक्रम सिंह के लिए कहा कि इनके भुगतान से चालीस प्रतिषत की कटौती करें और इन्हें सही से काम करने के लिए सख्त हिदायत दें। सरकार अच्छी खासी रकम इन्हें पम्प कर रही है। धरातल पर कोई कार्य दिखाई नही दे रहा है अस्पताल के अन्दर दाखिल होते ही फिलायल की तीखी जो महक होनी चाहिए वह पूरे अस्पताल के अन्दर कहीं महसूस नहीं हुयी और आप कर क्या रहे हैं, कूडे दान से प्रतिदिन पालीथीन नही बदला जा रहा है। वाशरूम पूरी तरह गन्दा एवं अनुपयोगी प्रकाश विहीन है। इस पर सीएमएस ने कहा ि कवे बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास रत हैं इसीलिए चिक्तिसालय में कई निर्माण कार्य भी कराये जा रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने आइना दिखाते हुए कहा कि महत्वपूर्ण यह नहं है कि आप क्या बनवा रहे हैं महत्वपूर्ण यह है कि जो जिम्मेदारी आपको सौंपी गयी है वह कार्य किया जा रहा है या नहींं।
इतनें में आपातकालीन काल पर तैनात डाक्टर अमित त्रिपाठी भी चालीस मिनट के प्श्चात वहां पहुचें साथ ही डिप्टी सीएमओ डाक्टर देवराज भी पहुचें। जिलाधिकारी ने डाक्टर त्रिपाठी को आवश्यक सेवाओं की महत्ता पर जोर देते हुए सख्त चेतावनी दी ओर कहा कि ‘‘इतने समय में व्यक्ति का जीवन जो बचाया जा सकता था, नष्ट हो सकता है’’। कार्य के प्रति सजगत बरतने का निर्देश देते हुए वे द्वितीय तल पर स्थित महिला मेडिकल वार्ड पहुचं गये और भर्ती मरीजों से दवाइयों एवं भोजन मिल रहा है कि नही ंके बारे में जानकारी ली। वहां से वापस लौटते समय हाल की सीढियों पर रखे कूडेदान की पालीथीन बैग बदले न जाने पर पुनः प्राइम क्लीनर सुपरवाइजर को सुधरने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी के जिला चिकित्सालय पहुचने ंपर जहां जिम्मेदार घबराये हुए दिखे वहीं चिक्तिसालय के अन्दर भर्ती कई मरीज उनके पास फरियाद लेकर पहुच गये, मारपीट के मामले में भर्ती हुए मरीजों ने पुलिस द्वारा की गयी शून्य कार्यवाही पर जिलाधिकारी से आपबीती सुंनाई, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बधि्ांत दोनों थानों पर बात कर चौबीस घंटे में रिपोर्ट प्रेषित करने को कहा। इसके प्श्चात वे वहां से चले गये।