कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को जब से बढाया गया है तब से कुछ राजनैतिक दलों और राज्यों की सरकारो को न जाने कोैन सी समस्या ने घेर लिया है। अभी तक कई राज्य सरकारें इस अधिकार ़क्षेत्र को बढाये जाने का मौखिम विरोध तो कर ही रहे थे परन्तु पंश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज तृणमूल के विधायक ने तो बीएसएफ पर गम्भीर आरोप ही लगा दिये है। विधायक उदयन गुहा ने बीएसएफ पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके जवान तलाशी अभियान के दौरान सीमावर्ती इलाकों मे महिलाओ को गलत तरीके से छुते है। हालाकि विधायक उदयन गुहा के इस बयान को भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत ही आडे हाथो लेते हुए इसका जवाब भी दे दिया है।
पश्चिम बंगाल बिधान सभा मे मंगलवार को केन्द्र सरकार द्वारा सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र केा बढाये जाने को लेकर चर्चा हो रही थी। इसी चर्चा के दौरान उदयन गुहा ने सीमा सुरक्षा बल पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने देखा है बीएसएफ किस तरह का अत्याचार लोगों पर करता है। एक बच्ची जिसने देखा है कि उसकी मां को तलाशी की आड में अनुचित तरीके से छुआ जाता है, जब वह खेत से लौटेगी त बवह कभी भी देशभक्त नही रह पायेगी, फिर आप चाहे उसके सामने कितनी ही बार भारत माता की जय के नारे क्यो ही न लगा लें, यह घटनाये असमाजिक तत्वों को जंन्म देती है।
देश के सबसे प्रतिष्ठित और जूझारू सुरक्षा संगठनो ंमें शामिल सीमा सुरक्षा बल पर तृणमूल कंाग्रेस के नेता द्वारा इतने शर्मनाक और हैरान करने वाले आरोपांें पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मांग की कि उनकी इस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाया जाये, हालाकि स्पीकर ने उनकी इस मांग को अनसुना कर दिया है। गुहा के इस बयान पर आक्रोशित भजपा विधायक श्रीरूपा मित्रा चैधरी ने कहा की टीएमसी के विधायक की यह टिप्पणी पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यह अनुचित भी हैं। टीएमसी का यह बयान सीधे साधे तौर पर सुरक्षा बलो को अपमान है। हमारे सुरक्षा बल देश का गोरव हैं हम ऐसे बयान को किसी भी तरह स्वीकार नही कर सकते।

 
									 
						 
							 
							 
							 
							 
							 
							

