पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंताओं को भेजे गए कारण बताओ नोटिस
गोण्डा ! मंगलवार को डीएम मार्कण्डेय शाही की अध्यक्षता में विकास कार्यक्रमों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई जिसमें डीएम ने विकास कार्यों में पीछेे रहने वाले विभागीय अधिकारियों को निर्धारत समय सीमा में कार्य पूर्ण न होने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है।
समीक्षा बैठक में डीएम ने कार्यदायी संस्था यूपीसिडको द्वारा राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय सिसवा मनकापुर का निर्माण कार्य पूरा न करने पर चेतावनी, पेयजल परियोजनाएं बलहीजोत व गुरसड़ा को शनिवार तक हर हाल में हैण्डओवर कराने, राजकीय इन्टर कालेज गौरा का निर्माण कार्य अधोमानक पाए जाने पर कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम से रिकवरी कराने व एफआईआर दर्ज कराने, करनैलगंज-हजूरपुर मार्ग के चैड़ीकरण का कार्य दिसम्बर अन्त तक पूर्ण कराने, जनपद में निर्मित पुलों के एप्रोच न बनाने पर पीडब्लूडी के तीनों खण्डों के अधिशासी अभियन्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने, पीएम सम्मान निधि सहित समस्त पेंशन योजनाओं के तहत अपात्रों की किस्तें तत्काल रोकने व जांच कराकर रिकवरी कराने के साथ ही जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी का उत्तरदायित्व निर्धारित करने तथा नहर विभाग द्वारा प्राप्त धनराशि के सापेक्ष व्यय न करने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर कराई गई सिल्ट सफाई कार्य की जांच कराकर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
बैठक में डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित हो रहे निर्माण कार्यों के लिए उपलब्ध बजट के उपयोग का उपयोहगिता प्रमाणपत्र देते हुए तत्काल बजट की मांग कर लें तथा 70 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कार्यो को आगामी 31 दिसमबर पूर्ण कराकर रिपोर्ट दें। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि मनवर नदी को जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत आच्छादित कराने हेतु डीपीआर बनाकर दो दिवस के अन्दर आयुक्त ग्राम्य विकास को भेजने के निर्देया दिए हैं।
सड़कों के अनुरक्षण कार्यों की समीक्षा में उन्होंने आरईडी विभाग की सड़कों के अनुरक्षण कार्य की जांच टीम बनाकर कराने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम संड़क योजना के तहत सड़कों की क्वालिटी एश्योरेन्स टीम की जांच रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अब तक डाटा का सुधार करने व तथा अपात्रों का चिन्हांकन कर उनकी निधि रोकने के आदेश दिए हैं। निराश्रित गोवंशों की समीक्षा में दौरान डीएम ने मानक अनुरूप गोवंश संरक्षित न किए जाने पर कड़ी सीवीओ को निर्देशित किया कि एसीवीओ निरीक्षण कर लें और सभी पशु पालन केन्द्र सक्रिय न हुए तो सम्बन्धित एसीवीओ, बीडीओ और एडीओ पंचायत का वेतन नहीं निर्गत होगा इसके साथ ही निलंबन की भी कार्यवाही की जाय।
बैठक में जिलाधिकारी मुख्यमंत्री घोषणा के कार्यों की समीक्षा में सख्त निर्देश दिए कि अभियान के तौर सीएम घोषणा के कार्यों को पूरा कराया जाय। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में डीएम ने सीएचसी पर ओटी में आवश्यक उपकरणों की खरीद का सत्यापन करानेव गोल्डेन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने व गांव-गांव कैम्प लगवाने के आदेश दिए हैं। यह भी निर्देश दिए कि सभी श्रमिकों का गोल्डेन कार्ड बनवाया जाय।
बैठक में सीडीओ शशांक त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता, डीएफओ आरके त्रिपाठी, सीएमओ डा0 आरएस केसरी, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, डीएचओ मृत्युन्जय सिंह सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारीगण तथा कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।