गोंडा । भारत का राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रीय प्रतीकों का सिरमौर है। इस की आन बान शान के लिए प्रत्येक भारतीय अपने प्राण न्यौछावर करने के लिए संकल्पित है। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय ध्वज वितरण कार्यक्रम में प्रोफेसर वंदना सारस्वत ने कही।
‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय ध्वज वितरण कार्यक्रम में भौतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ अयोध्या के महामंत्री प्रोफेसर जितेन्द्र सिंह ने आजादी के नायकों के संघर्ष एवं समर्पण के आयामों को उजागर किया ।
इतिहास विभाग की प्रोफेसर डॉ अमन चंद्रा ने राष्ट्रीय ध्वज अधिनियम के महत्वपूर्ण बिंदुओं को साझा किया। प्रोफेसर मंसाराम वर्मा अध्यक्ष संस्कृत विभाग ने राष्ट्रीय ध्वज के इतिहास के अनछुए पहलुओं की व्याख्या की। हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र नाथ मिश्र राष्ट्रीय ध्वज में प्रयुक्त तीन रंगों एवं चक्र की भारतीय भावना एवं मूल्यों के अंत:संबंधों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर मालवीय नगर गोंडा के प्रधानाचार्य उमाशंकर तिवारी जी, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य काली प्रसाद मिश्रा, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य श्रीमती पुष्पा मिश्रा की उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा रही थी।
इस अवसर पर श्रीमती पूनम शर्मा, श्रीमती शकुंतला पांडेय, डॉक्टर विजय लक्ष्मी शुक्ला, श्रीमती नेहा भारद्वाज, श्रीमती खुशबू गुप्ता ,श्रीमती राधा गुप्ता श्रीमती पिंकी, मनोज, सुभाष मिश्र आदि अभिभावकों की उपस्थित प्रशंसनीय रही।
कार्यक्रम के प्रबंधन में रेनू, दीपिका, रीता, शशि ,प्रियंका पाठक ,प्रियंका सिंह ,मालती आदि आचार्य बहनों का योगदान सराहनीय रहा। इस अवसर हर घर तिरंगा अभियान के लिए छात्र-छात्राओं में पर लगभग 300 राष्ट्रीय ध्वज का वितरण किया गया। सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं में अंशिका सिंह, लवी ,भूमि ,तृप्ति, अदिति ,स्नेहा एवं मानसी आदि ने हर घर तिरंगा अभियान में जन जागरूकता के नेतृत्व का दायित्व स्वीकार किया ।कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती की आराधना एवं दीप प्रज्ज्वलन से किया गया ।कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती पुष्पा मिश्र द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आयोजन इतिहास विभाग एवं हिंदी विभाग श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
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