गोण्डा। को सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पी0जी0 कालेज गोण्डा के तत्वाधान में बी0 ए0 प्रथम प्रथम वर्ष की कक्षाओं का शुभारम्भ गायत्री परिवार के शिवानन्द राय एवं रामतेज मिश्रा द्वारा गायत्री मंत्र के मंत्रोच्चार द्वारा किया गया।
संस्कार शाला के माध्यम से छात्राओं में जीवन्त जीवन जीने की प्रेरणा के साथ-साथ अध्ययन में एकाग्रता बनाकर अधिक से अधिक सफलता किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है तथा जीवन को किस प्रकार ओजस्वी बनाया जा सकता है। खान-पान नियम आचार विचार के द्वारा किस प्रकार स्वस्थ समाज एवं स्वच्छ वातावरण की ओर अग्रसर किया जा सकता है आदि विचारों से छात्राओं को अवगत कराया गया।
सस्ंकार शाला में छात्रा दीक्षा मेहता, फरहीन, हिना बानों, गुंजा, लक्ष्मी यादव आदि ने शिक्षा के उददेश्य से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जिसका जबाब संस्कार शाला में उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं ने बहुत ही विस्तार से दिया और विद्यालय के महत्व को भी समझाया जिसके कुछ प्रमुख अंश निम्नलिखित है- शिक्षा एक व्यवहार परिवर्तन की प्रक्रिया है, शिक्षा संस्कृति और कला दोनों का मिश्रण है, शिक्षा एक सामाजीकरण की प्रक्रिया है और विद्यालय ज्ञान का बहता हुआ एक झरना है, विद्यालय मंे शिक्षक ही नहीं विद्यालय की दीवारें भी बहुत कुछ सिखाती हैं और ज्ञान के महत्व को समझाते हुये बताया गया कि धनवान व्यक्ति का सम्मान सिर्फ उसको जानने वाले लोग करते हैं जबकि ज्ञानवान व्यक्ति का सम्मान सम्पूर्ण विश्व करता है।
संस्कार शाला का समापन व्यवस्थापिका डा0 आनन्दिता रजत ने अपने मुखारबिन्दु से सभी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की शिक्षिका डा0 नीतू सिंह, डा0 आशू त्रिपाठी, गीता श्रीवास्तव, अनु उपाध्याय, सुनीता मिश्रा, अर्जुन चौबे, चन्द्र पाल वर्मा, शुभेन्दु वर्मा, हीरालाल वर्मा सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकायें उपस्थित रहें।
You must be logged in to post a comment.