2023-24 के बजट में आने वाले आम चुनावों का प्रभाव दिखाई देगा। सरकार आम चुनाव से पहले अपने आखिरी बजट में सभी वर्गों को कुछ न कुछ देकर खुश करना चाहेगी।
जहां एक और लोग इन्कम टेक्स में कुछ राहत की अपेक्षा कर रहे हैं वहीं उद्योग जगत, किसान और गृहनियों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।
सरकार इन सभी को राहत देते हुए अपने राजकोषीय घाटे को नियंत्रित रखने, मुद्रा कोष को बढ़ाने, चालू खाते में घाटे को कम करने, मेंहगाई को नियंत्रित रखने, विनिवेश के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने , और जीडीपी की अपेक्षित दर को हासिल करने का भरसक प्रयास करेगी।
इन सब को हासिल करने में सरकार के सामने कुछ चुनोतियाँ भी सर उठाये खड़ी हैं, उनमें रूस यूक्रेन युद्ध, और उससे बड़ी चिंता वैश्विक मंदी का अंदेशा।
इन सभी का उत्तर कल के राष्ट्रपति के अभिभाषण, आर्थिक सर्वे और बजट के बाद ही मिल पायेगा, लेकिन इतना तो तय है कि चुनावी बजट में सरकार सभी वर्गों को कुछ न कुछ देकर खुश करने की कोशिश करेगी।
अशवनी राणा