विभिन्न स्थलों के जन्मभूमि होने के किये जा रहे दावे
गोण्डा। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम चरित मानस के रचियता महाकवि तुलसीदास गोस्वामी की जन्मस्थली हो रहे विवादों पर विराम लगाने के लिए जिले ही नहीं प्रदेश में एक सम्मानित स्थान रखने वाले श्री लालबहादुर शास्त्री महाविद्यालय ने अनूठी पहल की है। महाविद्यालय के शोधकेंद्र प्रभारी डा शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने इस सम्बन्ध में उच्च न्यायलय में एक जनहित याचिका दाखिल करने का निर्णय लिया है जिस सम्बन्ध में उन्होंने महाविद्यालय प्रबंधन से अनुमति भी मांगी है।
श्री मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया की विश्व विश्रुत महाकवि गोस्वामी तुलसीदास के जन्मस्थान और जन्मसमय के सुनश्चयन हेतु उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल की जा रही है इससे पूर्व शोधकेंद्र द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के जन्मभूमि के सम्बन्ध में सर्वमान्य उपागम की खोज के लिए बभनान स्थित आ0 न0 की0 स्नातक महाविद्यालय तथा शास्त्री महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में क्रियात्मक शोध संगोष्ठी का आयोजन कर विद्वानो/ विशेषज्ञओं/ शोधकर्ताओं के निष्कर्ष प्राप्त कर लिए गए हैं।
उन्होंने कहा श्रीराम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली पर चल रहे विवाद पर भी विराम लगना अत्यंत आवश्यक हैं जिस सम्बन्ध में उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करने हेतु महाविद्यालय प्रबंधन से अनुमति मांगी गई है।