ज़हर खुरानी की घटना को किया गया दबाने का प्रयास
गोण्डा। नगर के बस अड्डे पर स्थित पुलिस चौकी के सामने अचेतावस्था में पड़े युवक रात भर पुलिस द्वारा नज़रअंदाज़ किये जाने पर सुबह कोतवाल नगर को सूचित किये जाने के घंटे भर बाद पहुंची पुलिस के अनुसार पुलिस के पहुँचते ही युवक होश में आ गया और उसे घर भेज दिया गया।
प्रकरण नगर के मध्य स्थित रोडवेज बस अड्डे का है, सुचना मिलने पर ज़ब बुधवार की सुबह लगभग 7 बजे बस अड्डे पहुंचा गया तो वहां अपनी औपचारिकता पूरी कर रहे जल आलाव के पास एक युवक अचेतावस्था में पड़ा दिखाई दिया, वहां मौजूद लोगों से जानकारी ली गई तो पता चला की युवक रात भर से यहीं पड़ा है।
लोगों ने ये भी बताया की आलावा के पास ही चौकी के पुलिसकर्मी अपने वहां खड़ा करते हैं जाहिर सी बात है की लगभग सभी पुलिसकार्मियों की दृष्टि युवक पर पड़ी होंगी लेकिन किसी ने भी उसकी न तो सुध लेने की कोशिश की और न ही किसी ने ये भी जानने की कोशिश की ये यहाँ कैसे पड़ा है।
रातभर चौकी के सामने युवक के पड़े होने की सूचना नगर कोतवाल को देने पर उन्होंने चौकातें हुए बताया की रात्रि 2.30 पर भ्रमण के दौरान तो ऐसा कुछ नहीं दिखा। हालांकि उन्होंने ये कहते हुए जरूर अहसान किया की ठीक है देखते हैं। जानकारी के अनुसार सूचना के लगभग 1 घंटे बाद पुलिस वहां पहुंची।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी के लिए ज़ब शाम को रोडवेज चौकी प्रभारी राजेंद्र कन्नौजिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने पूरे मामले को शराब से जोड़कर अपनी पूरी जिम्मेदारी से मुक्त कर लिया। उन्होंने कहा की युवक ने शराब पी रखी थी पुलिस के पहुँचने के बाद उसे होश आ गया था फिर उसे उसके मनकापुर स्थित घर के लिए रवाना कर दिया गया और कोई विशेष बात नहीं है।
लेकिन ज़ब उनसे इस बावत प्रश्न किया गया की युवक के पास का पिट्ठू बैग जिसमे लगे सभी चैन खुले हुए थे, बैग में कोई भी सामान नहीं था, युवक रातभर आपकी चौकी के ठीक सामने पड़ा रहा और आपने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने एक बार फिर अपनी बात दोहराते हुऐ सवालों को टालने का प्रयास किया।
अब इस घटना से पुलिस की संवेदनशीलता का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है की एक सामान्य व्यक्ति की जान की पुलिस की दृष्टि में कितनी अहमियत है।