बस्ती। जैसे जैसे सनातन धार्मियों में जागरूकता आती जा रही है वैसे वैसे कुछ अधर्मी उसपर आघात भी करते जा रहे हैं अभीतक ऐसे लोगों में स्टालिन, उनके बेटे और समाजवादी नेताओं का ही नाम सबसे ऊपर चल रहा था लेकिन अब कुछ छुटभइये भी अपनी सीमा लाँघने का प्रयास कर रहे हैं। खास बात तो ये है की उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार होने के बाद भी पुलिस ऐसे मामलों में धृतराष्ट्र की भूमिका ही निभाते दिख रही है।
ताज़ा मामला प्रदेश के बस्ती जिले का है जहाँ के एक शख्श ने सोशल मीडिया पर राममंदिर और देवाधिदेव महादेव को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की है जिसको लेकर हिन्दू संघठनों में आक्रोश फ़ैल रहा है लेकिन फिर भी संगठनों ने धैर्य का परिचय देते हुए प्रकरण को पुलिस के समक्ष रखा।
हैरानी की बात तो ये है की शिकायत के दो दिन बाद भी पुलिस ने न तो शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपी के विरुद्ध मुकदमा ही दर्ज किया और न ही कोई ऐसी कार्यवाही की जिससे हिन्दू संगठनों का आक्रोश शांत हो सकें। उल्टे एक तरह से देखा जाये तो आरोपी का बचाव करते ही दिखाई दें रही है।
हालांकि ज़ब इस विषय पर थानाध्यक्ष रुधोली से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया की आरोपी दिल्ली का रहने वाला है और उसने पोस्ट डिलीट कर माफ़ी भी मांग ली है। उन्होंने ये भी कहा की शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी दर्ज करने की मांग भी नहीं की है।