चार्टेड विमान दिल्ली में छोड़ सड़क मार्ग से भागे थे झारखण्ड के मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। किसी मुख्यमंत्री का एक दो घंटे नहीं बल्कि लगभग 40 घंटो तक गायब रहना और अचानक अपने आवास में प्रकट होने की घटना जहाँ अपने आप में आश्चर्यजनक है वहीं भाजपा के ये आरोप भी हैरानी भरा है की इस आश्चर्यजनक घटनाक्रम को अंजाम देने में कोई साधारण आदमी नहीं बल्कि एक मुख्यमंत्री ने ही अपनी सहभागिता दर्ज कराई है।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की। झारखण्ड से भाजपा सांसद और प्रखर वक्ता निशिकांत दूबे की माने तो हेमंत को दिल्ली से भागने में केजरीवाल ने पूरा सहयोग किया है, उनके अनुसार केजरीवाल ने हेमंत की उत्तरप्रदेश के वाराणसी तक पहुँचने में मदद की फिर वहां से एक और शख्श की सहयता से हेमंत झारखण्ड तक पहुंचे। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया की हेमंत 26 जनवरी से ही दिल्ली में मौजूद थे।
इस पुरे घटनाक्रम में जो सबसे खास बात रही वो ये थी की हेमंत जिस चार्टेड विमान से रांची से दिल्ली आये थे उस विमान को वहीं छोड़कर हेमंत चोरों की तरह सड़क के रास्ते झारखण्ड पहुंचे थे जबकि प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर उनकी प्रतीक्षा कर रही थी। ज़ब हेमंत काफ़ी प्रतीक्षा के बाद अपने दिल्ली स्थित आवास पर नहीं पहुंचे तो ई डी ने उनके घर की तलाशी लेते हुए वहां बरामद कई लाख रुपये के साथ दो लक्सरी कारों को भी जब्त कर लिया था।
फिलहाल अगर निशिकांत के आरोप में सच्चाई हाँ तो आने वाले समय में जिस तरह से हेमंत की मुसीबतें बढ़ेंगी उसी तरह से केजरीवाल की भी समस्या में बढ़ोत्तरी होने वाली है।
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