प्रति यूनिट एक किलो की हो रही निरंतर चोरी, कोटेदार निरंकुश
गोण्डा। अभी लक्मणपुर जाट राशन डकैती पर प्रशासन ने अपने होंठ खोले भी नहीं थे की झंझरी विकास खंड के ही गाँव माधवपुर राय में भी राशन चोरी का मामला सामने आ गया, यहाँ कोटेदार ने प्रति यूनिट एक किलो राशन कम देने का अपना अघोषित नियम बना रखा है। हालांकि जिला पूर्ति अधिकारी कार्यवाही की बात अवश्य कह रहे है लेकिन ये मात्र ज़बानी जमा खर्च से अतिरिक्त और कुछ नहीं लग रहा।
जी हाँ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को मिलने वाले राशन पर तो पुरे जिले में खुले आम डकैती जारी है ऐसा भी नहीं है की जिम्मेदारों को इसकी जानकारी नहीं बल्कि जिम्मेदारों के एक बड़े धड़े ने इस भ्रष्टाचार को अपना मौन समर्थन तक दें रखा है। ताज़ा मामला झंझरी विकास खंड के ही गाँव माधवपुर राय का है जहाँ के कोटेदार रामशिरोमणि मिश्र ने अपनी ओर से एक अघोषित नियम बना दिया है जिसके तहत प्रति यूनिट एक किलो राशन अपने खाते में डाल देना है।
खास बात तो ये है की यदि कोई उपभोक्ता इस भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने की कोशिश करता है तो उसे बुरी तरह बेइज्जत करने के साथ डराया धमकाया भी जाता है। पिछले दिनों माधवपुर राय पहुंची समाचार वार्ता की टीम ने गाँव के दर्जनों उपभोक्ताओं से मुलाक़ात कर उनकी इस समस्या को अपने कैमरे में कैद भी किया।
संलग्न वीडियो में माधवपुर राय के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उपभोक्ता श्रीमती, सलीम, रामसुमिरन, रामकरण, नगमा, सूर्यलाल, भिखारी सहित अन्य ने एक स्वर में अपनी पीड़ा बताते हुए कहा की कोटेदार प्रतिमाह राशन कटौती करता है शिकायत करने पर डराने धमकाने के साथ बेइज्जती करने पर भी उतारू हो जाता है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की उपभोक्ता रामसुमिरन दोनों पैर से विकलांग है लेकिन उनको भी इस भ्रस्ट कोटेदार रामशिरोमणि ने नहीं बक्शा है।
शिकायतकर्ताओं ने ये भी बताया की कोटे की दुकान का संचालन रामशिरोमणि नहीं बल्कि उसका कोई रिश्तेदार जिसका नाम संतोष है वही करता है। शिकायत से सम्बन्धित जानकारी के लिए ज़ब कोटेदार के नम्बर पर संपर्क किया गया तो रामशिरोमणि की जगह संतोष ही पहुंचा जिससे ग्रामीनो की कोटे का संचालन किसी और द्वारा किये जाने के बात की पुष्टि भी हो गई।
प्रकरण पर जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पाण्डेय ने पूर्ववर्ती बयान दोहराते हुए जांचोपरान्त कार्यवाही किये जाने की बात कही।