गोण्डा। प्रधानमंत्री मोदी की हर पेट को भोजन की सोच को भ्रस्ट कोटेदार विभागीय मिलीभगत से किस कदर चूना लगा रहे हैं ये न तो जिम्मेदार अधिकारीयों से छुपा है और न ही शासन से, जिसके लिए शासन से अनवरत इस बात के प्रयास किये जा रहे हैं की गरीबों को मिलने वाला अन्न पूरी तरह उन्हें बिना किसी समस्या के उपलब्ध होता रहे लेकिन विभागीय कर्मचारियों, अधिकारीयों की मिलीभगत हर बार “तू डाल डाल मैं पात पात” की तर्ज पर शासन से दो कदम आगे रहते हुए कही न कहीं से वो रास्ता खोज ही लेती है जहाँ से गरीबों के हक़ पर डाका डाला जा सकें, अपने इन्ही प्रयासों में शासन ने अब ई पॉश मशीनो के साथ वेइंग मशीन को भी जोड़ने का निर्णय लिया है जिससे घटतोली रोकी जा सकें, लेकिन इस बार भी सवाल यहीं उठता है की क्या बिना कोटेदार और भ्रस्ट कर्मचारियों के काकस को तोड़े घटतौली पर लगाम लगाया जा सकेगा? क्योंकि इस बार भी पूरी सम्भावना है की ये काकस इस नये सिस्टम का भी तोड़ कहीं न कहीं से अवश्य निकाल लेगा और आम गरीब जानता बार बार की तरह इस बार भी मुर्ख ही बनेगी।
ताज़ा मुलाक़ात में जिले के जिला पूर्ति अधिकारी कृष्णगोपाल पाण्डेय ने शासन के इस नये प्रयास की जानकारी देते हुए बताया की शासन राशन में हो रही घटतौली को रोकने के लिए पूरी तरह गंभीर है और इसीलिए राशन वितरण स्थल पर मौजूद ई पॉश मशीनों के साथ अब वेइंग मशीनों को जोड़ा जा रहा है जिससे जबतक उचित राशन तौल पर नहीं आएगा तबतक मशीन वितरण को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने ये भी कहा की पूरा प्रयास है की मार्च माह में वितरित होने वाला राशन नई व्यवस्था के तहत वितरित किया जाये।