आरोपी सपा नेता पर शुरू हुई बुलडोजर कार्यवाही
अयोध्या। पी डी ए के नाम पर उत्तरप्रदेश में लोकसभा निर्वाचन में प्रदेश के दलित पिछडो को सब्जबाग दिखा कर वोट हासिल कर अपनी राजनीति चमकाने के चंद महीने बाद ही पिछडो और दलितों के प्रति समाजवादियों की भावना महज 12 वर्ष की अति पिछड़े वर्ग की नाबालिग बच्ची के साथ सपा नेता द्वारा किये गए गैंगरेप से सामने आ गया, बची खुची कसर घटना के सामने आने के दो दिनों बाद तक सपा मुखिया अखिलेश की चुप्पी और अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद की बौखलाहट ने पूरी कर दी, आरोपी सपा नेता पर कार्यवाही और पीड़ित के साथ खडे होने उसे सांत्वना देने के स्थान पर पूरी समाजवादी पार्टी आरोपी को बचाने के लिए खड़ी दिखाई दें रहीं हैं, वहीं प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कड़े सन्देश दें अपने तेवर दिखा दिए हैं।
समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं के दिमागी गन्दगी एक बार उस समय और सामने आई ज़ब अस्पताल में भर्ती पीड़िता से शुक्रवार की देर रात दो सपा नेता मिलते हैं और उसे इस बात की धमकी देते हैं की यदि उसने सुलह नहीं किया तो उसे जान से मार दिया जायेगा। सपा नेताओं और ख़ासकर उसके मुस्लिम नेताओं का दुस्साहस किस कदर बढ़ा हुआ है इसका प्रमाण इस बात से मिलता है की ज़ब पीड़िता के परिजन मुख्यमंत्री से मिलते हैं और उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से पूर्ण आश्वासन मिलता है फिर भी सपा नेता पीड़िता को धमकी देने पहुँच जाते हैं और वो भी रात को ग्यारह बजे।
फिलहाल मुख्यमंत्री की डांट के बाद हरकत में आई पुलिस ने धमकी के आरोपी सपा नेता मोहम्मद राशिद और जयसिंह राणा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इतना ही नहीं अयोध्या प्रशासन ने मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद अली के अवैध संपत्तियों की जाँच के बाद उसपर बुलडोजर भी चला रहा है, ताज़ा जानकारी के अनुसार मोईद के बेकरी पर बुलडोजर चल चुका है और दूसरी संपत्ति की ओर भी बुलडोजर जल्द पहुंचेगा।
वही इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी योगी आदित्यनाथ का हंटर चल रहा है, अयोध्या एस एस पी राजकरण नय्यर ने पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा, भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्त को सस्पेंड कर दिया है।