पढ़ाई में मेहनत के साथ लिया था यूट्यूब का भी सहारा
औरंगाबाद (बिहार)। ज्ञान और विद्या के लिए प्रख्यात रहे बिहार से एक और लाल ने प्रदेश का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा है, विशेष बात तो ये है की इस लाल के पिता एक मामूली से ठेले पर अंडा बेचने का काम करते हैं।
जी हाँ हम बात कर रहे है बिहार के लाल आदर्श कुमार की, बेहद गरीबी में जीवन यापन कर रहे परिवार के इस लाल की पढ़ाई के प्रति रूचि को उसके पिता ने अपने मेहनत से सहारा देकर आज उसके साथ ही अपना सिर भी गर्व से ऊँचा कर लिया है, बीपीएससी सिविल जज 2024 का परिणाम पिछले दिनों आया है जिसमे औरंगाबाद के शिवगंज निवासी आदर्श ने 120वीं रैंक हासिल की और न्यायाधीश बन गए।
आदर्श की प्रारंभिक शिक्षा की बात करें तो उसने बोकारो के डी ए वी स्कूल से हाई स्कूल की परीक्षा पास की तथा राजधानी पटना के चाणक्य नेशनल लॉ विश्वविद्यालय से क़ानून की परीक्षा पास की इसके बाद वह दिल्ली चले गए जहाँ उन्होंने न्यायिक परीक्षा की तैयारी की खास बात तो ये है की आदर्श ने अपनी तैयारी में यूट्यूब को भी शामिल किया जहाँ से उन्हें काफ़ी कुछ सीखने को मिला।
‘समाचार वार्ता ‘आदर्श के साथ साथ उनके पिता को भी नमन करता है जिन्होंने अपने हौसले और मेहनत से गरीबी को मात देकर अपने बेटे के सपने को साकार किया।