गोण्डा। स्थानीय श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज गोंडा में प्राचार्य प्रो रविन्द्र कुमार के निर्देशन आयोजित किए जा रहे युवा उत्सव पखवाड़ा के अंतर्गत सड़क सुरक्षा विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता व रेडक्रॉस इकाई द्वारा एच.आई.वी एड्स टी.बी.-कारण बचाव एवं उपचार विषय पर व्याख्यान का आयोजन सोमवार को किया गया।
आज के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए नैक समन्वयक प्रो जितेंद्र सिंह ने पेंटिंग प्रतियोगिता में कुल 61 छात्र – छात्राओं ने प्रतिभाग किया l प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साक्षी तिवारी एम.ए फर्स्ट सेमेस्टर, द्वितीय स्थान ताशु तिवारी बी ए फर्स्ट सेमेस्टर तथा तृतीय स्थान दृष्टि श्रीवास्तव, बी ए फर्स्ट सेमेस्टर एवं सृष्टि सिंह बी ए-3 सेमेस्टर ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो० अमन चंद्रा, डॉ० पुनीत कुमार तथा डॉ० ममता शुक्ला सम्मिलित थे l निर्णायक मंडल के सदस्यों ने प्रतियोगिता के विषय- सड़क सुरक्षा से सम्बंधित विषय वस्तु के विभिन्न आयामों तथा प्रस्तुतीकरण में सृजनात्मकता के आधार पर निर्णय लिए l
कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सदस्य डॉ० अजीत कुमार मिश्रा ,डॉ० स्मिता सिंह ,डॉ० प्रियंका श्रीवास्तव प्रतिभा सिंह ने अत्यंत व्यवस्थित तरीके से किया l कार्यक्रम के संयोजक पूजा यादव थी, जिन्होंने प्रतियोगिता के सफल और प्रभावशाली आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई l कार्यक्रम में प्रो० शशि बाला, डॉ० लोहान्स कुमार कल्याणी, डॉ० संतोष कुमार, डॉ० योगेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, राकेश मिश्रा, रोहित सिंह की गरिमामयी उपस्तिथि रही ल
श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोण्डा की रेड क्रास इकाई द्वारा ललिता शास्त्री सभागार में रेड क्रास के स्वयंसेवकों एवं कॉलेज के विद्यार्थियों हेतु ‘‘एच0आई0वी0, एड्स एवं टी0बी0- कारण, बचाव एवं उपचार‘‘ विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया। यह व्याख्यान स्वायत्त राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गोण्डा के चिकित्सक डॉ0 मिथिलेश, एम0डी0 मेडिसिन द्वारा दिया गया। सहयोग डॉ0 विवेक द्वारा किया गया।
डॉ0 मिथिलेश ने जानकारी देते हुये बताया कि टी0बी0 विश्व में सबसे अधिक मौतों की कारक है, जिसका 26 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ हमारे देश में व्याप्त है। 15 से 45 वर्ष के आयु समूह में इस बीमारी की बहुतायत है, जिसमें पुरूष ज्यादा संख्या में संक्रमित होते हैं। इसकी पहचान के लिए एक्स-रे तथा बलगम की जॉच की जाती है। सरकार ने मरीजों की पहचान के लिए बहुत सी योजनायें शुरू की हैं, जिनमें से उन्होंने कई योजनाओं की जानकारी प्रदान की। उन्होंने यह भी बताया कि इन योजनाओं में जॉच, इलाज और निगरानी निःशुल्क है।
एच0आई0वी0 के संदर्भ में जानकारी देते हुये इसके कारण, जॉच तथा इलाज के विषय में विस्तृत चर्चा की। इनसे बचाव के लिए उन्होंने भारतीय जीवन शैली को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उपचार से बचाव श्रेयष्कर है। यदि भारतीय परम्पराओं को ध्यान में रखकर जीवन यापन करेंगें तो इन बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
शिशिर त्रिपाठी- विभागाध्यक्ष, जन्तु विज्ञान विभाग ने अपनी ब्रीफिंग में एक साथी के साथ सम्बन्ध रखने पर विशेष बल दिया तथा संयमित जीवन जीने की सलाह प्रदान की। इसके साथ ही व्याख्यान के बादं एक पारस्परिक विचार-विमर्श का सत्र भी रखा गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी समस्याओं और अनुभवों को साझा किया। समस्याओं का समाधान मुख्य वक्ता द्वारा किया गया।
रेड क्रास प्रभारी प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल ने बताया कि सरकार की ओर से 100 दिवसीय राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें सभी नागरिकों के सहयोग की अपेक्षा है ताकि इस बीमारी को जड़ से समाप्त किया जा सके।
प्रतिभागियों में रेड क्रास के सदस्य, एन0सी0सी0 के कैडेट्स व कॉलेज के अन्य विद्यार्थी उपस्थित थे। एन0सी0सी0 प्रभारी डॉ0 अमित कुमार शुक्ला का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में रेड क्रास समिति के प्राध्यापक सदस्य शिशिर त्रिपाठी, डॉ0 पुनीत कुमार, डॉ0 ममता शुक्ला तथा मानसी पाण्डेय और विन्ध्य प्रसाद साहू तथा विद्यार्थी सदस्य- सत्यम दुबे व नितेश तिवारी व अभिजीत उपस्थित थे। स्वागत रेड क्रास प्रभारी प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल और धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर बी0पी0 सिंह ने किया। प्रोफेसर वी0सी-एच0एन0के0 श्रीनिवासा राव, प्रोफेसर सन्दीप श्रीवास्तव, डॉ0 वन्दना भारतीय एवं अमित कुमार उपस्थित थे।