कन्नौज। महिलाओं को सजग करते हुये महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाई जाये। महिलाओं को शिक्षित एवं जागरूक करना अति आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में बैठकें सुनिश्चित की जाये। महिलाओ को सजग करना हमारा कर्तव्य भी है।
यह निर्देश उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य कुमुद श्रीवास्तव ने सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित महिला उत्पीड़न के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही का जायजा लेते हुये संबंधित अधिकारियों को आज दिये। उन्होनें कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों एवं खण्ड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सभी पात्र महिलाओं के राशन कार्ड, शौचालय, आवास, मुहैया कराये जाये तथा अपराधों के प्रति तत्काल एफआईआर दर्ज करायी जाये। उन्होनें कहा कि हमें ग्रामीण महिलाओं पर हो रहे अपराधों को रोकने के लिये हर संभव सजग रहना होगा। इस संबंध में ग्रामीण स्तर पर ग्रामों में समन्वय बैठक की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जागरूक किया जाये।
उन्होनें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत पात्र बालिकाओं के आवेदन पत्र भरवानें के संबंध में भी जानकारी कर निर्देश दिये कि कोई भी पात्र बालिका उक्त लाभकारी योजना से वंचित न रहे। उन्होनें चिकित्सा विभाग से कहा कि प्राथमिक एंव सामुदायिक केन्द्रों पर चिकित्सक समय से उपस्थित रहें और सभी जीवन रक्षक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें तथा सभी चिकित्सालयों में स्ट्रेचर एंव व्हील चेयर की भी उपलब्धता रखी जाये। अस्पतालों में साफ-सफाई के साथ ही साथ कूड़े दान रखवाने की भी व्यवस्था की जाये।
इसी क्रम में उन्होनें शिशु वार्ड में बच्चों को मीनू के अनुसार भोजन तथा उनको वस्त्र उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुये कहा कि सामूहिक विवाह के अन्तर्गत अधिक से अधिक वर-वधू के जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया जाये। उन्होनें महिला थानाध्यक्ष से महिला उत्पीड़न की शिकायतों के संबंध में जानकारी ली और कहा कि पीड़ित महिलाओ की एफआईआर लिखने में किसी भी दशा में विलम्ब न किया जाये और न ही दोषी के प्रति लापरवाही बरती जाये बल्कि दोषी के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये।
तदोपरान्त उन्होनें पीड़ित महिला आरती दुबे निवासी त्रिपाठीनगर छिबरामऊ ने शिकायत की कि मै अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही थी तभी रास्ते में दबंग व्यक्तियो द्वारा रास्ता रोक लिया और छेड़छाड करने लगे मना करने पर धमकी भी दी गई, जब इसकी शिकायत क्षेत्राधिकारी छिबरामऊ एंव कोतवाली प्रभारी छिबरामऊ से शिकायत मे लापरवाही बरतने पर उन्होनें पुलिस अधीक्षक को मोबाइल पर वार्ता कर तत्काल पीड़िता की एफआईआर दर्ज कराकर न्याय दिलाने के निर्देश दिये। पीड़ित महिला ममता कटियार निवासी ग्राम मोचीपुर की शिकायत कि उसके पति की दुर्घटना में मृत्यु होने की दशा में क्षतिपूर्ति से संबंधित मिली धनराशि 03 लाख रू0 उसके ससुर द्वारा अपने खाते में लेने तथा प्रार्थिनी को न दिये जाने के अतिरिक्त पैतृक सम्पत्ति में भी धोखाधड़ी करने की दशा में उन्हानें तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त उन्होनें अन्य 15 पीड़ित महिलाओं की शिकायतों की सुनवायी करते हुये संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0),क्षेत्राधिकारी सदर, जिला प्रोबेशन अधिकारी, महिला थानाध्यक्ष, आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।