बालपुर बाजार (गोण्डा) :- खेतों में से निकल रही नहर के उचित मुआवजे को लेकर ग्राम पंचायत परसा गोंडरी के किसान सप्ताह भर से आन्दोलित हैं ; लेकिन जिले के सक्षम अधिकारी अभी कोई समाधान नहीं निकाल पाये। जिससे क्षेत्रीय किसानों में दिनोंदिन आक्रोश बढ़ता जा रहा है।इस सम्बन्ध में किसानों के प्रतिनिधि मुख्य मन्त्री सहित जिलाधिकारी की चौखट पर दस्तक दे चुके हैं।
विकास खण्ड हलधरमऊ क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत परसा गोड़री के मजरे शिव शंकर पुरवा के दर्जनों किसान अपने कृषि योग्य भूमि के नहर परियोजना में चले जानें से, जिसका पुराने सर्किल रैट पर अधिगृहित किये जानें का पुरजोर बिरोध कर रहे हैं , जहाँ तमाम लोगों के द्वारा उक्त आन्दोलित किसानों को समर्थन दिया जा रहा है।
आन्दोलित किसानों का कहना है कि उक्त जमीन को आज की तारीख में अधिगृहीत कर नहर विभाग के द्वारा खुदाई करने का कार्य किया जा रहा है , जिसका मुआवजा भी आज के ही सर्किल रेट के हिसाब से दिया जाए।
नहर विभाग किसानों को सन् 2004 के अनुसार निर्धारित 24000 रूपये प्रति वीघा बगैर मुआवजा दिए ही अचानक विना किसी सूचना के भूमि की खुदाई शुरू करा दिये। किसानों का कहना है की उन्हें 2019 के अनुसार 17 लाख पचासी हजार रूपये का मुआवजातत्काल दिया जाए। पूरा मुआवजा मिलने के बाद ही किसान अपनी खेतिहर भूमि की खुदाई करने देंगे।
समुचित मुआवजे की माँग को लेकर किसान अपने खेतों में ही बैठकर धरना प्रदर्शन करते हुए विभागीय कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं।विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियो के खिलाफ किसानों में भारी आक्रोश है ,इस भीषण ठण्ड में ” किसानों का आन्दोलन जोर पकड़ता जा रहा है।
वहीं किसानों के समर्थन में क्षेत्र के किसानों सहित तमाम सगंठनों के पदाधिकारियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। शक्रवार को परसपुर विकास मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, शिवजी सिंह, राजेन्द्र तिवारी, जय चंद्र, राधेश्याम शुक्ल, रघुनाथ मिश्रा, कैलाश नाथ मिश्रा, राधिका पांडेय, कमलेश कुमार, अर्जुन प्रसाद, शुशीला देवी, शुषमा शुक्ला, सोनी शुक्ल, ललिता शुक्ला, रिंकी शुक्ला, शिव कुमारी शुक्ला, गुड़िया शुक्ला, रेखा शुक्ला,आदि लोग सम्मलित रहे ।