विभिन्न एजेंसियों ने शुरू की जांच, डीएम ने भी किया मजिस्ट्रियल जांच का ऐलान
कन्नौज ! जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर घिलोई में जीटी रोड पर शुक्रवार की शाम हुई भीषण बस दुर्घटना को लेकर हलचल का सिलसिला जारी है। रविवार को प्रदेश के पंचायतराज मंत्री और जिले के प्रभारी भूपेंद्र सिंह भी कन्नौज पहुंचे और उन्होंने विभिन्न अस्पतालों में जाकर घायलों का हाल चाल लिया। श्री चौधरी ने आला अफसरों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया साथ ही यह भी कहा कि जरूरत हुई तो संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान ने घायलों का इलाज कराया जाएगा।
दुर्घटना की जांच का सिलसिला भी तेज हो गया है। जिलाधिकारी ने जहां कल उच्च स्तरीय मजिस्ट्रेट जांच का ऐलान करते हुए अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार को जांच कर 15 दिन ।के अपनी आख्या सौंपने का निर्देश दिया है वहीं परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने आगरा के उप संभागीय परिवहन आयुकत जगदीश कुशवाहा को हादसे की जांच के लिए घटना स्थल भेजा है। कन्नौज और बेबर के सहायक क्षेत्रीय प्रवन्धक रोडवेज ने भी संयुक्त रूप से हादसे की तकनीकी जांच कर अपनी आख्या उत्तर प्रदेश रोडवेज ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के प्रवंध निदेशक डॉ राजशेखर को भेज दी है। कन्नौज के एआरएम राजेश कुमार ने बस में कुछ बिस्फोटक पदार्थ होने की भी आशंका जताई है।
मेडिकल कालेज मे भर्ती घायलो को हालचाल लेने पहुंचे पंचायत राज्यमंत्री ने घायलो से बातचीत की। उन्होने कहा कि सरकार उनके साथ है। उन्होने कालेज के प्राचार्य एंव सीएमएस से घायलो को बेहतर इलाज करवाने की बात कही।
छिबरामऊ के घिलाई गांव के सामने बस व ट्रक के बीच हुई भीषण टक्कर लगने से दोनो बाहनो मे भंयकर आग लग गई थी। इस हादसे मे कईयो की जानें चली गई। वहीं दर्जनो गम्भीर रुप से घायल हो गये। घटना मे घायलो को इलाज के लिये मेडिकल कालेज मे भर्ती कराया गया। मेडिकल कालेज के इमरजेन्सी वार्ड मे भर्ती घायलो का दूसरे दिन हालचाल लेने पहुंचे पंचायत राज्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने घायलो से उनकी तबियत के बारे मे पूछां और घटना के बारे मे जानकारी ली। राज्यमंत्री ने घायलो को परिजनो को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है। उनका बेहतर से बेेहतर इलाज करवाया जायेगा। उन्होने कहा घटना मे घायल हुये जिन लोगो को आर्थिक मद्द नही मिल पाई है। उन्हे भी सरकार से दी जाने वाली आर्थिक मद्द दी जायेगी। राज्यमंत्री श्री सिंह ने कालेज के प्राचार्य डा0 नवनीत एंव सीएमएस डा0 दिलीप सिह घायलो का बेहतर इलाज करनेेे की बात कही। इस दौरान जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद, तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र राजपूत आदि मौजूद रहे।
घटना के बाद कई आश्चर्यजनक सूचनाएं भी मिल रही हैं। मसलन रोडवेज के कन्नौज एआरएम राजेश कुमार ने दावा किया कि उन्होंने 18 डग्गामार बसों की सूची पूरे विवरण के साघ एआरटीओ संजय कुमार झा को दिसम्बर में सौंपी थी किन्तु कोई कार्रवाई नही हुई। दूसरी ओर श्री झा के मुताबिक अकेले दिसम्बर माह में सात बसों के परमिट रदद् किये गए हैं। हालांकि दोनों अफसर यह नही बता सके कि रोडवेज और परिवहन अधिकारियों का संयुक्त अभियान महीनों से क्यो नही चला।
हादसे के बाद प्रशासन भले ही मृतको की संख्या मात्र 10 बता रहा हो किन्तु वो अपने ही दावे से आश्वस्त नही लगता, इसी आशंका के मद्देनजर विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ के उप निदेशक गयासुद्दीन खां अपने दल के साथ कल देर शाम घटना स्थल पहुंचे और जली हुई बस की राख समेत कुछ अन्य सामग्री परीक्षण के लिए सुरक्षित करवाई। उन्होंने स्थानीय पुलिस निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार मिश्रा से घटना का व्योरा जाना और स्थानीय लोगो से भी बातचीत की। विभिन्न मीडिया कर्मियों से बात कर उनके वीडियो फुटेज भी देखे।