मथुरा में अवर अभियन्ता की गोली मारकर की गयी हत्या तथा नैनी, प्रयागराज एवं लोनी, गाजियाबाद सहित बिजली अभियन्ताओं पर हुए जानलेवा हमलों को लेकर विद्युत कर्मियों में जबरदस्त आक्रोश
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर रासुका लगाये जाने तथा बिजली अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु ‘‘बिजली कार्मिक प्रोटेक्शन एक्ट’’ लागू करने तथा अन्य सुरक्षात्मक कदम उठाये जाने की मांग की।
लखनऊ ! विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र की आज दिनांक 18 जनवरी 2020 को हुई एक आपातकालीन बैठक में, दिनांक 16.01.2020 को मथुरा में प्रदीप कुमार, अवर अभियन्ता की गोली मारकर की गयी हत्या तथा नैनी, प्रयागराज एवं लोनी, गाजियाबाद सहित बिजली अभियन्ताओं पर हुए जानलेवा हमलों को लेकर विद्युत कर्मियों में जबरदस्त आक्रोश व्यक्त किया गया।
सरकार द्वारा प्रदेश की जनता को 24ग्7 बिजली देने के संकल्प को पूरा करने हेतु विद्युत कर्मचारी, अवर अभियन्ता एवं अभियन्ता, मैन, मेटेरियल व मनी की भारी कमी के बावजूद, पूरे मनोयोग से कार्य करते हैं परन्तु उपद्रवी एवं अराजक तत्वों द्वारा अराजकता एवं जानलेवा हमलों आदि से बिजली अभियन्ता, अवर अभियन्ता एवं कर्मचारी इस कदर भयाक्रान्त हैं कि वे बिजली चोरी चेकिंग, राजस्व वसूली अभियान आदि कार्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। क्षेत्रों में ऐसी जानलेवा घटनायें घटित हो रही हैं जिस कारण क्षेत्रों में कार्य करना अत्यन्त दुष्कर हो गया है एवं हर समय जान जोखिम में होने का बना रहता है।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने आज अध्यक्ष उप्र पावर कारपोरेशन लि को एक पत्र लिखकर मांग की है कि उपभोक्ताओं को सुचारू एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने एवं बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा बिना किसी भय, दबाव आदि के सरकारी कार्यों का निष्पादन करने हेतु निम्न कदमों पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही करें :-
ऽ बिजली अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों द्वारा भयमुक्त होकर सरकारी कार्य करने हेतु उन्हें संरक्षण प्रदान किया जाये तथा ‘‘बिजली कार्मिक प्रोटेक्शन एक्ट’’ बनाया जाये।
ऽ मथुरा में अवर अभियन्ता की हत्या करने वाले आरोपी पर रासुका लगाई जाये एवं मृत कार्मिक के परिवार को तत्काल सरकारी नौकरी देते हुए रूपये 01 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की जाये। लोनी(गाजियाबाद) एवं नैनी(प्रयागराज) व अन्य सभी जगह की घटनाओं के सभी आरोपियों पर रासुका लगाकर तत्काल गिरफ्तारी की जाये।
ऽ राजस्व वसूली हेतु लगातार की जा रही मॉर्निंग रेड, नाइट रेड एवं मास रेड आदि विशेष अभियान बिना पर्याप्त पुलिस बल की उपलब्धता के कदापि न कराये जायें। इस सम्बन्ध में तत्काल क्षेत्रीय अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किये जायें।
ऽ बिजली अभियन्ताओं एवं उनकी टीम के सदस्यों के साथ अभद्रता, झगड़ा, गाली-गलौच, धमकी, मार-पीट, उपकेन्द्रों/कार्यालयों में तोड़-फोड़ करने वालों तथा झूठी एफ0आई0आर0, काउण्टर एफ0आई0आर0 करने वालों के विरूद्ध तत्काल ‘‘रासुका एवं गुण्डा एक्ट’’ के तहत मुकदमा दर्ज कर 24 घण्टे के भीतर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का नियम तत्काल बनाया जाये एवं कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
ऽ बिजली अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कोई भी एफ0आई0आर0 बिना नियुक्ति प्राधिकारी के परीक्षण एवं उनकी सहमति/अनुमति के पश्चात् दर्ज न हो।
ऽ क्षेत्रों के बिजली अभियन्ताओं, अवर अभियन्ताओं एवं कर्मचारियों को सरकारी सुरक्षा/गनर प्रदान की जाये।
ऽ सभी उपकेन्द्रों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाये जायें जिससे तोड़-फोड़ एवं हमला करने वाले अराजक तत्वों की पहचान कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जा सके।
ऽ समस्त सुविधाओं, मनी, मेटीरियल तथा मैन पावर से लैस तीन शिफ्टों में चौबीसों घण्टें कुशल तकनीकी गैंग उपलब्ध कराये जाये।
ऽ विभाग के सभी नियमित कार्य एवं बैठक कार्यालय संचालन के निर्धारित समय प्रातः 10ः00 बजे से सायं 05ः00 बजे के मध्य ही किये जायें। केवल आकस्मिक स्थिति में विद्युत व्यवधान दूर करने हेतु एवं अति आवश्यक कार्य ही निर्धारित समयावधि के उपरान्त निष्पादित करायें जायें।
ऽ राजस्व वसूली के कार्य में लगे सभी कार्मिकों को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाये तथा उपभोक्ताओं से एकत्रित की गयी धनराशि को लाने व ले जाने के लिए कैश वाहन मय सुरक्षा गार्ड व्यवस्था की जाये।
पत्र में यह भी कहा गया है कि यदि उपरोक्त संवेदनशील बिन्दुओं पर प्रबन्धन द्वारा अतिशीघ्र प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है तो ऐसी स्थिति में संयुक्त संघर्ष समिति, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध/ध्यानाकर्षण जैसे कदम उठाने हेतु बाध्य होगी।
आज की बैठक में शैलेन्द्र दुबे, ए के सिंह, राजीव सिंह, जी वी पटेल, गिरीश पांडेय, सदरुद्दीन राना, सुहेल आबिद, शशिकांत श्रीवास्तव, डी के मिश्रा, जय प्रकाश, के एस रावत, विनय शुक्ला, सुनील प्रकाश पाल, शम्भू रतन दीक्षित, महेंद्र राय, मोहम्मद इलियास, वी सी उपाध्याय, विपिन प्रकाश वर्मा, कुलेन्द्र सिंह, पी एन राय, पी एन तिवारी, परशुराम, भगवान् मिश्रा, पूसेलाल, ए के श्रीवास्तव, आर एस वर्मा, वी के सिंह, पी एस बाजपेई मुख्यतया उपस्थित रहे।
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