70 मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य का परीक्षण कर दी गयी दवाईयां
चिकित्सकों ने लोगों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के दिये परामर्श
गोंडा ! राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार को सीएचसी पंड़री कृपाल में वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया | जिसमें लोगों को मानसिक रोगों के लक्षणों और इनसे बचाव के बारे में जानकारी दी गयी | इस मौके पर 70 मरीजों का मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी काउंसलिंग की गयी तथा दवा का वितरण किया गया |
सीएचसी के अधीक्षक डॉ एसके सिंह ने फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया | इस अवसर पर उन्होंने लोगों को कार्यक्रम का समुचित लाभ लेने हेतु प्रेरित किया |
उन्होंने कहा कि लोगों को मानसिक रोगों के प्रति अधिक जागरुक होने की आवश्यकता है | मनोरोग का सबसे आम रूप अवसाद है, जिससे अधिकतर लोग पीड़ित हैं | इसी कारण आत्महत्या की प्रवत्ति और घटनाओं में भी बढ़ावा देखने को मिल रहा है |
मनोरोग चिकित्सक डॉ अशोक सिंह ने कहा कि “मानसिक रोग के लक्षण, हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं | ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि उसे कौन-सी मानसिक बीमारी है। मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है, फिर चाहे वह आदमी हो या औरत, जवान हो या बुज़ुर्ग, पढ़ा-लिखा हो या अनपढ़, या चाहे वह किसी भी संस्कृति, जाति, धर्म, या तबके का हो।”
इस मौके पर डॉ अशोक सिंह द्वारा 70 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया | परीक्षण में विभिन्न प्रकार के मानसिक रोगों से ग्रसित पाये गए मरीजों को चिकित्सीय उपचार और दवा प्रदान कर जिला अस्पताल के कमरा नं 33 में हफ्ते में तीन दिन क्रमशः मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को पहुंचकर नियमित इलाज कराने की सलाह दी गयी | वहीँ साइकोलॉजिस्ट डॉ रंजना गुप्ता द्वारा मरीजों की काउंसलिंग की गयी | उन्होंने लोगों को मानसिक रोगों से बचने के लिए जीवन-शैली में सुधार लाने और नियमित व्यायाम करने या योग को अपनाने की सलाह दी।
मानसिक रोग का मिलता है निःशुल्क इलाज –
साइकोलॉजिस्ट डॉ रंजना गुप्ता ने बताया कि जिला पुरुष अस्पताल के कमरा नं 33 में संचालित मन-कक्ष में मानसिक रोगों के प्रति जागरुक किया जाता है और साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार और काउन्सलिंग की जाती है। पीएचसी/ सीएचसी पर भी मानसिक स्वास्थ्य विभाग की टीम गाँवों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण और लोगों को जागरुक करती हैं | गंभीर रोगियों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जाता है | मानसिक रोग हेल्प लाइन के टोल फ्री नंबर 6392540889 पर कॉल करके जानकारी ली जा सकती है। टोल फ्री नंबर पर ओपीडी समय पर कॉल किया जा सकता है। मानसिक रूप से परेशान लोग कॉल कर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।
मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता उमेश कुमार द्वारा कैम्प के आयोजन व मानसिक रोगों से सम्बंधित भ्रांतियों के बारे में बताकर लोगों को जागरुक किया गया | कम्युनिटी नर्स दीपमाला गुप्ता द्वारा दवाओं का वितरण, लैब टेक्नीशियन सौरभ प्रताप सिंह द्वारा लोगों का शुगर टेस्ट किया गया तथा स्टाफ नर्स तुषार डेनियल द्वारा मरीजों के ब्लड-प्रेशर की जांच की गयी |
मानसिक रोगों की जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार पर ज़ोर –
मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता उमेश कुमार ने बताया कि मानसिक रोगों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए इस तरह के वृहद शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविर से पहले गाँव-गाँव जाकर प्रचार-प्रसार किया जाता है, जिससे बड़ी संख्या में लोग इन शिविरों का लाभ ले सकें। उन्होंने बताया कि मानसिक रोगों से दूर रहने का मूल मन्त्र है कि हम जीवन से प्रेम करें। परिवार के सदस्यों में बात-चीत होती रहनी चाहिए और अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के साथ वक्त ज़रूर बितायें |
इस अवसर पर डॉ अरुण कुमार मौर्या, एचईओ प्रदीप कुमार पाण्डेय समेत सीएचसी के समस्त स्टाफ, एएनएम और आशा कार्यकर्ता उपस्थित रहे |
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