मंत्री से शिकायत करने पहुंची कर्मचारी को पुलिस ने लिया हिरासत में
गोण्डा ! स्वास्थ मन्त्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के निरिक्षण के दौरान पूर्व चिकित्सालय स्टाफ नर्स ने मन्त्री से मिलकर चिकित्सालय में भर्ती के दौरान हुई धांधली की शिकायत करना चाहा,लेकिन महिला सिपाहियों ने उसे रोक दिया।पुलिस ने उसे जबरन उठा कर एक जीप मे लाद लिया और नगर कोत्वाली ले गयी।
यह प्रकरण चिकित्सालय के अंदर अभी हाल ही मे भर्ती किये गये यू पी एच एस एस पी,व टी एन एम फर्मो के द्वारा संविदा पर करमचारीयों की नियुक्ति की गयी थी जिनका कार्यकाल मात्र एक वर्ष ही होता है।नवीनीकरण के चलते कार्य विस्तार चला करता है।बीच मे संविदा कर्मचारियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उन्हे कुछ राहत मिली की यदि विभाग मे भर्ती होगी तो इन कर्मचारियों को पहले भर्ती किया जायेगा।
अभी हाल ही मे जब भर्ती शुरु हुई तो कार्यरत कर्मचारियों मे से दो दर्जन के करीब लोगो का चयन किया गया किन्तु चार लोगो को नही लिया गया उनकी जगह नये लोगो की नियुक्ति कर ली गयी।जिसका विरोध ये कर्मचारी कर रहे है जिसमे चार लोग है,गोल्डन मसीह,स्टाफ नर्स,रबी प्रकाश,स्टाफ नर्स,शिव कुमार,स्टाफ नर्स,श्रीदवी,वार्ड आया
इन लोगो का कहना है की भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही उं लोगो से 20,000 बीस हजार रुपये की मांग अस्पताल के मैटर्न दिनेश मिश्रा के द्वारा की गयी,नही देने पर उनपर अनुशाशन हीनता का आरोप लगाया जा रहा है।और उन लोगो की जगह दुसरे नये लोगो से 1,50,000एक लाख पचास हजार रुपये लेकर उनकी तैनाती कर दी गयी।इसी बात को लेकर आज वह स्वास्थ मन्त्री को शिकायत करने आयी थी लेकिन उसे मिलने नही दिया गया।उसने मीडिया के सामने जाते जाते आत्म हत्या किये जाने की बात कही है।
इस बारे मे सी एम एस अरुण लाल ने आरोपो को नकारते हुए कहा है की,इन सभी कर्मचारियों का आचरण ठीक नही था,इसके कारण उन्हे नही लिया गया है।विभाग के द्वारा भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी से कोई पैसे नही लिये गये हैं।