दस वर्ष के कम उम्र के बच्चों एवं 60 वर्ष से अधिक की महिलाओं और पुरुषों को मरीज के साथ अस्पताल में तीमारदार के रूप में न लायें परिजन, क्योंकि इनको संक्रमण लगने का अधिक होता है खतरा |
रूटीन चेक प के लिए अस्पताल जाने की आदत से बचें, जरूरी हो तो पहचान के डॉक्टर से फ़ोन पर ही लें सलाह |
गोंडा ! कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल में सीएमएस डॉ एपी मिश्रा द्वारा स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें एमसीएच विंग के समस्त वार्डों, ओपीडी, इमरजेंसी, लेबर रूम, ओटी, टीकाकरण कक्ष व वेटिंग हॉल समेत पूरे परिसर को सेनेटाईज किया गया ।
इस दौरान सीएमएस डॉ मिश्र ने मरीजों को कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई अपनाने के साथ ही सर्दी खांसी-जुकाम, सिर दर्द व बुखार वाले मरीजों से दूरी बनाये रखने, बार-बार साबुन से हाथ धोने के प्रति जागरुक करते हुए तीमारदार को मरीज के बेड से कम से कम तीन फुट की दूरी पर बैठने एवं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं और पुरुषों को मरीज के साथ तीमारदार के रूप में अस्पताल में न लाने के लिए अपील किया ।
इस मौके पर सीएमएस डॉ एपी मिश्रा ने समस्त मरीजों, तीमारदारों एवं कर्मचारियों से इस वायरस के विरुद्ध लड़ने का आवाहन करते हुए अपील किया कि कोरोना के विरुद्ध जानकारी एवं जागरूकता का प्रचार-प्रसार करते हुए इस वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु निरंतर अपने हाथों को साबुन तथा सेनेटाईजर से साफ करते रहें | अपने कार्य स्थल एवं बैठने उठने के स्थान पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, आपस में निर्धारित दूरी बनाये रखें, हाथ मिलाने से बचें,अनावश्यक एकत्र न हो एवं अस्पताल में बेवजह भींड़ न लगायें तथा अस्पताल परिसर में गन्दगी न फैलायें । साथ ही अन्य व्यावहारिक सावधानियों का पालन करें |
उन्होंने कहा कि इस आपात स्थिति से निपटने के लिए ही अस्पताल सभी वार्डों, कक्षों, कार्यालयों, उनके दरवाजों, हैंडल,रेलिंग, पानी के नल एवं प्रत्येक उस स्थान, उपकरण एवं सामग्री को सेनेटाईज किया जा रहा है, जो लोगों के सीधे संपर्क में रहती है एवं सामूहिक रूप से प्रयोग में लायी जाती हैं | साथ ही टेबल, बेंच, स्टूल व अन्य सामग्रियां जो मरीजों और उनके तीमारदारों द्वारा प्रयोग में लायी जाती हैं को भी भलीभांति सेनेटाईज किया जा रहा है एवं उचित माध्यमों के द्वारा लोगों को संक्रमण से बचने के प्रति जागरूक किया जा रहा है |
इसी के साथ उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एक मरीज के साथ केवल एक तीमारदार ही अस्पताल में रुकें, जिससे अनावश्यक भींड़ न लगने पाये | अस्पताल प्रबंधक डॉ वेद प्रकाश चौधरी ने कहा कि साफ-सफाई से माहौल स्वच्छ होता है | इसलिए सेवा का यह कार्य चिकित्सालय में किया जा रहा है | इसके माध्यम से समाज को यह संदेश दिया जा रहा है कि लोग स्वच्छता के माहौल के लिए प्रेरित हों | गंदगी को न पनपने दें | क्योंकि साफ-सफाई होने पर न सिर्फ माहौल स्वच्छ होगा बल्कि कई तरह की बीमारियां भी समुदाय में नहीं पनपेंगी |