भाजपा नेता ने उठाई आवाज, मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत
जनता की उम्मीदों पर भाजपा नेता उतरेंगे खरा या हो जाएंगे पूर्व की तरह टॉय टॉय फिस्स ?
गोण्डा ! सपा नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पर तालाबों का सौदा करने का गंभीर आरोप लगा है, आरोप नगर पालिका के ही पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता ने लगाया है, इसकी शिकायत भाजपा नेता ने प्रसाशन सहित मुख्यमंत्री से भी की है, हालांकि फौरी तौर पर प्रशासन ने जांच तो आरम्भ कर दी है परंतु इस शिकायत के भी उसी अंजाम तक पहुचने की उम्मीद है जो शिकायत सांसद गोण्डा द्वारा इन्ही सपा नेता पर लगाया गया था परंतु वह अब ठंढे बस्ते की शोभा बढ़ा रही है है!
फिलहाल ताजा मामला भी इन्ही सपा नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कमरुद्दीन से जुड़ा हुआ है, कमरूदीन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व पालिका अध्यक्ष निर्मल श्रीवास्तव ने बताया हौ की कमरूदीन अपने दाहिने और बाएं हाथ क्रमशः रईस कबाड़ी और रज्जन द्विवेदी के माध्यम से नगर के राजा मोहल्ला और महाराज गंज स्थित रतन तालाब जिसका क्षेत्रफल 15 बीघा 8 बिस्वा 8 बिसवांशी है इसका नजूल खाता संख्या 4688 है, इसे अवैध तरीके से प्लाटिंग कर बेचा जा रहा है !
सपा नेता के समर्थन से इस पर कई अवैध निर्माण हो चुके है और कई निर्माण जारी हैं, सपा नेता और उनके गुर्गे इससे करोड़ो रूपये की काली कमाई कर चुके है !
भाजपा नेता ने बताया कि यदि यह अवैध कार्य इसी तरह जारी रहा तो बहुत जल्द ही इस तालाब का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा, स्थानीय जनता इनके इन कुकृत्यों से आजिज आ चुकी है, कई बार स्थानीय पुलिस तक शिकायत भी पहुंची परंतु पुलिस मूक दर्शक की ही भूमिका में रही !
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हुए कहा है कि सपा नेता और पूर्व अध्यक्ष कमरूदीन जो की वर्तमान अध्यक्ष उज़्मा राशिद के पिता भी है उनके और उनके गुर्गो रईस कबाड़ी तथा रज्जन द्विवेदी के विरोध मुकदमा दर्ज कराते हुए सभी अवैध निर्माणों को अविलंब ध्वस्त कराया जाए और तालाब को उसका मूल स्वरूप दिलाये जाने की आवश्यकता है !
हालांकि नगर प्रशासन ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अधिशासी अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दे दिये है जिसपर अवर अभियंता मौके पर गए भी परंतु जनपद पर जकड़े नेताओं के अंदरूनी गठबंधन इस शिकायत को अंजाम तक पहुंचने भी देगा इसकी संभावना बहुत ही कम है क्योंकि इससे पूर्व में भी इन्ही सपा नेता के विरुद्ध भाजपा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह द्वारा भी कई शिकायत की गई लेकिन व नेताओं के आपसी सांठगांठ और सेटिंग के चलते टॉय टॉय फिस्स होकर शिकायत की फाइल कर्मचारियों के अलमारी की शोभा मात्र बनकर रह गई !
अब देखना यह है कि भाजपा नेता निर्मल अपने इस अभियान को कहां तक ले जाते है इसे कोई मुकाम देते हुए जनता की अपेक्षा पर खरे उतरते है या फिर सांसद गोण्डा की तरह ही दगे कारतूस सिद्ध होते है !