गोंडा । जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग मे एक सन्दिग्ध कोरोना पोजिटिव महिला मरीज का आपरेशन किये जाने का मामला प्रकाश मे आया है।इसकी खबर चिकित्सालय प्रशाशन को मिलते ही चिकित्सालय मे हडकंप मच गया।आनन फानन मे नेत्र विभाग के सभी कर्मचारियों व डॉक्टरों का सैनेटाईजेशन कर ओटी को सैनेटाईज करने के लिये सील कर दिया गया है।महिला का सैम्पल ले कर उसे जांच के लिये भेज दिया गया है।
जिस वक़्त यह मामला प्रकाश मे आया,उस वक़्त नेत्र विभाग मे डॉक्टर संजय शर्मा,डॉक्टर पुनीत श्रीवास्तव , पीपीई किट मे मौजूद थे।आपरेशन डॉक्टर पी के श्रीवास्तव ने किया था।
इस बारे मे डॉक्टर पुनीत ने बताया की महिला के आंख मे चोट लगी थी,जिसका आपरेशन करना जरूरी था।उन्होने शासन द्वारा तय पाँच बिन्दुओं का मानक पूरा करते हुए महिला की जांच करायी।उसके परिवारिक जांच के विषय मे बात करने पर महिला अन्त तक यही बता रही थी कि उसके घर मे कोई भी बाहर से नही आया है।तब डॉक्टर पुनीत ने उसका आपरेशन कर दिया।उधर जब लैब से उसकी जांच रिपोर्ट उसे देने के लिये उसके पति को बुलाया गया,तो पहले महिला ने बताया की उसका पति दिल्ली मे है,लेकिन फिर कुच देर के बाद उसका पति आ गया।तब महिला ने एल टी भाष्कर से बताया की उसका पति अभी हाल ही मे दिल्ली से लोटा है,इसिलिए वह अपने पति को नही बुला रही थी,कि आप लोग मेरा इलाज नही करेंगे।टेस्ट मे महिला को संदिग्ध मना जा रहा है।
डॉक्टर पुनीत का कहना है की सभी सुरक्षा के उपाय करते हुए पीपीई किट के साथ यह आपरेशन किया गया है,फिर भी वह शैल्फ कोरेन्टाईन रहेंगे।
इस बारे मे सीएमएस डॉक्टर अरुण लाल ने बताया,कि महिला को संदिग्ध मानते हुए उसका सैम्पल भेजा गया है।रिपोर्ट आने पर ही पता चल पायेगा की वह पाजेटिव है, या नही।
उन्हीने नेत्र विभाग को सील किये जाने की बात को अस्वीकार करते हुए कहा, कि सिर्फ ओटी को सैनेटाईजेशन के लिये 48घंटो के लिये बन्द किया गया है।सभी डॉक्टर व करमचारी पूर्व की भांति अपनी ड्यूटी करेंगे।