दक्षिण कोरिया। वैसे तो दुनिया भर में कोरोना का खौफ लोगों को बुरी तरह भयभीत किये हुए है परन्तु दक्षिण कोरिया की बात करें तो वहां कोरोना का खौफ लोगों के सिर पर चढकर बोल रहा हेै कोरोना से भय का आलम यहां तक आ गया कि लोगों ने अपने अपने पास के कोरियाई मुद्रा को या तो जला डाला या फिर उन्हें वाशिंग मशीन में धो डाला जिससे उन्हें उसे बैकों में बदलवाने की जरूरत पड गयी। अधिक संख्या मंेेे आ रहे ऐसे नोटों के कारण कोरियाई बैंकों को एक बडी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस तरह के नोटो की संख्या कोई मामूली नही बल्कि लगभग सवा दो ट्लिियन के करीब बतायी जा रही है जिसमें नोट सहित सिक्के भी शामिल है।
दक्षिण कोरिया के रिजर्व बैंक यानी बैंक आफ कोरिया की माने तो छह माह में बदले गये नोटो की संख्या पिछले पूरे वर्ष की संख्या से छह गुना ज्यादा है और इसके पीछे की मुख्य वजा कोरोना है। बैंक आफ कोरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष के प्रथम माह यानी जनवरी से जून के मध्य 1.32 अरब यान यानि कि लगभग 1.1 अरब डालर के जले और धूले गये नोट बैंक को वापस किये गये है जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में इस तरह के नोटो की संख्या मांत्र 40 लाख डालर के लगभग थी।
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