पटना। जेल में सजा काट रहे लालू यादव को झटके पर झटके लग रहे है, एक तरफ जेडीयू के पूर्व नेता शरद यादव के आरजेडी छोडने की खबरे आ रही है तो दूसरी तरफ उनके विधायको ने पार्टी छोड नीतीश का दामन थामने की होड मचा रखी है।
ताजा मामला आरजेडी के तेधरा से विधायक वीरेन्द्र कुमार का है जिन्होनें आरजेडी के अन्य विधायकों की राह अपनाते हुए मंगलवार को नीतीश की पार्टी जेडीयू का दामन थाम लिया। इस अवसर पर उन्होनें नीतीश के कसीदे पढते हुए कहा कि मुख्यमत्री नीतीश कुमार द्वारा आरम्भ किये गये बडे पैमाने पर विकास कार्यो ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है।
बताते चलें कि वीरेन्द्र कुमार से पहले विगत 20 अगस्त को लालू के समधी और तेज प्रताप के ससुर आरजेडी के वरिष्ठ नेता चन्द्रिका राय ने लालू को अगूठा दिखाते हुए नीतीश से गलबहिया कर ली थी। इसके साथ ही लालू के विधायक जयवर्धन यादव, फराज फातमी, मर्हेश्वर यादव, प्रेमा चैधरी, अशोक कुमार पहले ही आरजेडी को अगूठा दिखाते हुए जेडीयू का दामन थाम चुके है।
जहां शरद यादव के पार्टी छोडने की चर्चा का आरजेडी के लिए सबसे बडा झटका माना जा रहा है वही लालू के नेत्त्व वाले महागठबंधन के लिए उससे भी बड झटका पूर्व मुख्यमत्री जीतनराम मांझाी के गठबंधन को अलविदा करने को भी माना जा रहा है।