(यूएनएन) नई दिल्ली :- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। व्हाइट हाउस के अनुसार दोनों नेताओं के बीच भारत के साथ अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करने और अफगानिस्तान में सहयोग बढ़ाने पर बात हुई। इसे लेकर व्हाइट हाउस ने एक बयान भी जारी किया है। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘नेता इस बात पर राजी हुए कि अमेरिका और भारत के बीच 2019 में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत किया जाएगा और इस बात पर विमर्श हुआ कि दोनों देशों के बीच व्यापार घाटे को किस तरह से कम किया जाए। दोनों ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि का विस्तार करने और अफगानिस्तान में आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले स्टील और एल्युमिनियम पर टैरिफ लगाए हुए हैं। ट्रंप ने ऐसा अमेरिका के व्यापार घाटे में कमी लाने और अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए किया है। भारत ने जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है लेकिन उसका कहना है कि वह इस महीने के आखिर तक कोई कदम नहीं उठाएगा अफगानिस्तान से ट्रंप 14,000 तैनात अमेरिकी सौनिकों में से 5,000 को वापस बुलाने पर विचार कर रहे हैं। अफगानिस्तान में तैनात कुछ सैनिकों को वापस बुलाने से अमेरिका का खर्च बचेगा जिसका इस्तेमाल वह अपनी परियोजनाओं को पूरा करने में लगाएगा।
बता दें कि पिछले दिनों ट्रंप ने पीएम मोदी पर अफगानिस्तान को फंड देने पर तंज कसा था। ट्रंप ने कहा था, ‘मोदी लगातार मुझे बता रहे थे कि उन्होंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है। आप जानते हैं यह क्या है? यह ऐसा था जैसे हमने पांच घंटे बेकार कर दिए हों। और हमें आपसे कथित तौर पर कहना चाहिए कि लाइब्रेरी के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं पता अफगानिस्तान में उसका प्रयोग कौन कर रहा है।