कई बार मांग भेजनें के बाद भी सीएमओ ने नहीं लिया सज्ञान, कोरोना जांच के लिए विश्वसनीय है किट
गोंडा। जिले का स्वास्थ विभाग वैसे तो कोविड से लड़ाई के लिए खुद को पूरी तरह तैयार बता रहा है। लेकिन धरातल पर उसकी कितनी तैयारी है इसका पता चलता है उपलब्ध सुविधाओं से।
इसी कड़ी में पिरोई एक कड़ी है ट्रू नॉट किट।स्वास्थ विभाग साधारण सर्दी खांसी जुकाम के मरीजों के लिए एन टी पी सी आर टेस्ट के जरिए कोरोना की जांच करती है जिसमे तीन दिन का समय लग जाता है। वही कुछ मरीज इमरजेंसी की हालत में अस्पताल पहुंचते है जिन्हे ऑपरेशन, डायलेसिस या आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता होती है।ऐसे मरीजों के लिए ट्रु नॉट किट के द्वारा कोरोना की जांच की जाती है।ऐसी अवस्था में मरीज के पास इतना वक्त नही होता कि वह एन टी पी सी आर जांच कराए। तेजी से जांच के लिए एंटीजेन जांच सुविधा भी उपलब्ध है लेकिन चिकित्सक इसे भरोसेमंद नही मानते। लोगो की जान बचाने के लिए अतिआवश्यक ट्रु नॉट कोविड टेस्ट किट ऐसे लोगों के लिए कवच का काम करता है।
लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते सितंबर माह से ही कोविड किट खत्म हो जाने के बाद भी इसकी उपलब्धता सुनिश्चित नही कराई गई। चार माह से जिला मुख्यालय स्थित क्षेत्रीय निदान केंद्र में स्थापित लैब में टेस्ट किट उलब्ध नही है। जिसके चलते ऑपरेशन, डायलेसिस, इमरजेंसी के मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों को समय से इलाज भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इमरजेंसी हालत के मरीजों का ऐसे में जान जाने का खतरा भी बराबर बना हुआ है।
विभाग के द्वारा उत्पन्न इस समस्या को लेकर जब मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा से बात की गई तो उन्होंने पहले ट्रू नॉट किट के शासन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि समस्या है जब मिलेगी तो उपलब्ध हो जायेगी? लेकिन जब उनका ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया कि इस संबंध में शासन के द्वारा स्पष्ट रूप से खरीद के लिए जिले के सी एम ओ को कहा गया है, तो वे बोली की इसकी डिमांड मिलेगी तो उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस पर बताया गया कि कई बार इस संबंध में संबंधित जांच केंद्र के द्वारा आपके कार्यालय में पत्राचार किया जा चुका है,हाल ही में 28/12/2022 को भी आपके कार्यालय को डिमांड के लिए पत्र लिखा गया है। तब उन्होंने कहा की इसकी जानकारी उन्हे नही है, अब बात उनके संज्ञान में आई है शीघ्र ही ट्रु नॉट किट की व्यवस्था कर जांच केंद्र को उपलब्ध करा दी जाएगी।