गोण्डा। खरगूपुर के बल्लीजोत निवासी युवक अमरीश का पैर आखिरकार इन्फेक्शन के चलते चिकित्सक को काटना पड़ा।वह 2022 में एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। जिसके चलते उसके दाएं पैर की हड्डी कई जगह से टूट गई थी। जिसे मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भेजा गया था किंतु घरवालों का सहारा न मिलने पर वह वापस जिला चिकित्सालय में भर्ती हो गया था। जहां वरिष्ठ चिकित्सक अरुण मिश्रा ने उसके पैर का आपरेशन कर उसका इलाज शुरू किया।कुछ दिनों के पश्चात युवक की लापरवाही के कारण पैर में इन्फेक्शन के चलते पस भर गया जिससे सड़न पैदा हो गई। इस कारण चिकित्सक ने उसकी जान बचाने के लिए पैर को काटने की बात कही। लेकिन कोई जिम्मेदार न होने के कारण उसका पैर काट न सका।अपनी परेशानी से आजिज अमरीश कई माह से अस्पताल कर्मचारियों वा डॉक्टरों से इसके लिए गुहार लगा रहा था।
असहाय अमरीश की मदद के लिए कोई सामाजिक कार्यकर्ता या संगठन भी आगे नहीं आया। जब अखबारों में उसकी समस्या को लेकर खबर छपी तब अस्पताल प्रशासन प्रमुख अधीक्षक वा चिकित्सक अरुण मिश्रा अमरीश के घर गए और उसके पिता नकछेद से मिल कर उन्हे समस्या से अवगत कराया की जब तक कोई गार्जियन इसके लिए खड़ा नही होगा यह ऑपरेशन नही हो सकता। यदि जल्द ही ऑपरेशन न किया गया गया तो उसकी जान भी जा सकती है। खबरों के असर से सामाजिक कार्यकर्ता इंकलाब फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष अविनाश सिंह, बजरंग दल के मुकेश गोस्वामी, डी एम उज्जवल कुमार ने अमरीश से मुलाकात कर उसके इलाज का भरोसा जताया था।
जिलाधिकारी उज्जवल कुमार ने इस संबंध में प्रमुख अधीक्षक पी डी गुप्ता,चिकित्सक अरुण मिश्रा से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित भी किया था। अस्पताल प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए अमरीश के पैर को काट कर उसकी जान बचा ली है।
इस बारे में चिकित्सक अरुण मिश्रा का कहना है की जिलाधिकारी एवम अस्पताल प्रमुख के आदेश पर अमरीश के दाएं पैर को जांघ तक काट दिया गया है। अब वह बेहतर एवम स्वस्थ है। शीघ्र ही उसके जख्म भर जायेंगे और वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएगा।
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