देशी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने को उठाया कदम
इटली। जहाँ एक तरफ अंग्रेजी को ही अपना धर्म, कर्म और जीवन का अंग बनाने के लिए भारत में लोग लालायित दीखते है और अपनी मातृभाषा को हेय दृष्टि से देखते हैं वही दूसरी ओर अपनी देशी भाषा को बढ़ावा देने के लिए इटली ने उसपर प्रतिबन्ध लगाने का साहसिक और देशभक्ति पूर्ण कदम उठाया हैं, इतना ही नहीं इटली ने अंग्रेजी के प्रयोग पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाने का निर्णय लिया हैं।
इटली की संसद में प्रधानमंत्री जर्जिया मेलोनी ने पिछले दिनों इस बिल को पेश किया जिसके अनुसार देश के सभी औपचारिक कार्यों के लिए देश की देशी भाषा का प्रयोग करना अनिवार्य होगा, खास बात तो ये हैं की इस बिल में सभी विदेशी भाषाओं को प्रयोग न करने की बात हैं लेकिन अंग्रेजी को विशेष तौर पर प्रतिबंधित करते हुए उसके प्रयोग पर अच्छा खासा जुर्माना लगाए जाने की बात की गई हैं।
बिल में स्पष्ट लिखा गया हैं की यदि कोई व्यक्ति अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करता है तो उसपर 80 लाख (भारतीय रूपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।