अज़ब ग़ज़ब अपराध पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य

जीवित शिशु को डाक्टरों ने घोषित किया मृत, अंतिम संस्कार के समय चलती मिली सांस

मृत्यु प्रमाण पत्र भी कर दिया जारी, खुशी के साथ परिजनो में व्याप्त आक्रोश

पूर्व मेदिनीपुर (पश्चिम बंगाल)। चिकित्सालय में डाक्टरो की लापरवाही की घटनाएं तो अक्सर सामने आती रहती है परन्तु कोई अस्पताल किसी जीवित नवजात को मृत घोषित कर दे और उसका प्रमाणपत्र भी परिजनो को सौंप दे ऐसा शायद ही कभी सामने आया हो, हालाकि नवजात को जब दोवारा अस्पताल में भर्ती कराया गया तो कुछ समय बाद उसकी मृत्यु हो गयी, देखा जाय तो नवजात की दो बार मौत हुई, इसे ऐसा भी देखा जा सकता है कि जितना समय बच्चे का मृत घोषित करने और उसकाअन्तिम संस्कार करने में लगा यदि वह समय उसकी चिकित्सा में लगता तो शायद नवजात जिदा और स्वस्थ्य रहता।

हैरान करने के साथ ही आक्रोशित करने वाली ऐ घटना पूर्वी मेदिनीपुर के घाटल सुपर स्पेशलियटी हॉस्पिटल की हैं, बताया जा रहा है की यहाँ पर शनिवार की सुबह गर्भवती मनलीशा खातून को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था, जिसने दोपहर में एक बच्चे को जन्म दिया, अस्पताल के मुताबिक समय से पहले हुए बच्चे का वजन मात्र 400 ग्राम था जिसकी मृत्यु शाम 5 बजे हो गई जिसको मृत्यु प्रमाण पत्र सहित परिजनों को सौंप दिया गया।

देर रात ज़ब परिजनों नवजात का अंतिम संस्कार कर रहे थे तो बच्चे की सांस चलती दिखाई दी, हैरान परेशान परिजन जहाँ एक तरफ बच्चे के जिन्दा होने से खुश हो गए वहीं दूसरी ओर उनपर अस्पताल के प्रति आक्रोश भी व्याप्त हो गया, फिलहाल आनन फ़ानन में परिजन बच्चे को लेकर उसी अस्पताल में पहुंचे जहाँ उसे फिर से भर्ती के उपचार शुरू किया गया लेकिन दुर्भाग्य, बच्चे को बचाया नहीं जा सका और उसकी दूसरी बार मृत्यु हो गई।

हैरान कर देने वाली is घटना पर आक्रोषित परिजनों ने हंगामा करते हुए उच्चस्तरिये जाँच की मांग की हैं।

About the author

राजेंद्र सिंह

राजेंद्र सिंह (सम्पादक)

aplikasitogel.xyz hasiltogel.xyz paitogel.xyz
%d bloggers like this: