गोण्डा। सोमवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा के ललित सभागार में मिशन मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिला सुरक्षा एवं कानून पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि सीओ सिटी आनंद राय ,विशिष्ट अतिथि उदित नारायण सीओ ट्रैफिक प्राचार्य प्रो रविद्र कुमार एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ चमन कौर द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर किया गया।
मुख्य अतिथि सी ओ सिटी ने अपने उद्बोधन में कहा मिशन शक्ति 5.0उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए चलाई जाने वाला 90 दिन का विशेष अभियान है ।इस अभियान का मकसद महिलाओं और बच्चों को जागरूक करना है और उन्हें आत्मरक्षा के प्रति सजग करना है इसी के साथ उन्होंने बालिकाओं को 1090, 181, 108, 1076, 112, 1098 महत्वपूर्ण नंबरों की विस्तृत जानकारी दी साथ ही साथ उन्होंने बताया मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिलाओं के लिए एक समर्पित स्वास्थ्य हेल्पलाइन भी शुरुआत की गई है। इस हेल्पलाइन का नाम महिला स्वास्थ्य हेल्पलाइन है जिसके जरिए महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञों से टेली परामर्श की सुविधा सुविधा दी जाती है ।
विशिष्ट अतिथि उदित नारायण पालीवाल सी ओ ट्रैफिक ने अपने उद्बोधन में कहा देश में विभिन्न प्रकार के अपराधों के लिए बहुत से कानून मौजूद है वह उनका पालन करने के लिए हमारे पास न्यायपालिका ,प्रशासन व पुलिस है। वैसे कानून की बात तो सभी करते हैं लेकिन जब असलियत में कानून का उल्लंघन होने पर उसके विरुद्ध आवाज उठाने के नाम पर बहुत कम ही लोग आगे आते हैं ,खासकर महिलाएं ।कुछ महिलाएं तो परिवार का नाम खराब ना हो के डर से आगे नहीं आती। इसके साथ ही एक कड़वी सच्चाई यह है कि भारत देश में अधिकतर महिलाएं अपने अधिकार व महिला सुरक्षा से जुड़े कानून के बारे में सही तरीके से जानती तक नहीं है इसलिए इसी के अभाव में वह उचित कदम नहीं उठा पाती हैं ।आज इस कार्यक्रम के माध्यम से सभागार में उपस्थित बालिकाएं अपने लाभ में बने कानून वह उन्हें दिए गए सभी अधिकारों के बारे में अच्छे से जाने ताकि आने वाले समय में यदि उनके साथ कुछ गलत या अत्याचार हो रहा है तो वह स्वयं अपनी आवाज उठा सकें।
प्राचार्य प्रो रविंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन ने कहा नारी सशक्तिकरण का असली अर्थ तब समझ में आएगा जब भारत में नारियों को शिक्षित किया जाएगा ताकि वे हर क्षेत्र में स्वतंत्र होकर फैसला कर सके साथ ही साथ परिवार ,समाज, कार्य स्थल पर उनकी राय को भी महत्व दिया जाए ।एक सशक्त स्त्री वह जो स्वेच्छा से अपनी पसंदगियों को निश्चित करती है और अपने जीवन से संबंधित फैसले स्वयं करती है। इसलिए शिक्षा महिला सशक्तिकरण की प्रथम मूलभूत साधन है शिक्षित होने पर उसके अंदर आत्मविश्वास और आत्मसम्मान बढ़ता है और साथ ही साथ उसमें आत्मनिर्भर बनने का भाव भी पैदा होता है ।जो उसके आत्मविश्वास को और बढ़ा देता है। शिक्षित महिलाओं को अपने सामर्थ्य को समझने का भी मौका मिलता है और अवसर मिलने पर वह अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर स्वयं को बेहतर साबित कर सकती हैं ।आज की शिक्षित महिला अपने अधिकारों और कानून के प्रति जागरूक हो रही है वास्तव में देखे तो महिला अपराधों पर कुछ लगाम लगी है महिलाओं के प्रति सबकी सोच और नजरिया में पिछले कुछ दशकों से गजब का सकारात्मक बदलाव आया है ।
कार्यक्रम का संचालन कर रही संयोजक डॉ चमन कौर ने कहा दुनिया डरती है उन महिलाओं से, बेटियों से जो महिलाएं ,जो बेटियां दुनिया से नहीं डरती ।मिशन शक्ति 5.0 ,90 दिन का विशेष अभियान महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा सम्मान और सशक्तिकरण के लिए ही चलाया जा रहा है ।
कार्यक्रम में थाना अध्यक्ष कोतवाली विवेक त्रिवेदी, सब इंस्पेक्टर पूजा वर्मा थाना कोतवाली, अरविंद यादव क्राइम इंस्पेक्टर, महिला आरक्षी सीमा वर्मा, सुषमा, एंटी रोमियो टीम से संजय सोनकर, शशांक द्विवेदी ,अंगद शर्मा तथा रुचि दुबे, ब्यूटी मिश्रा ,उन्नति श्रीवास्तव, मोहिनी, गुड़िया देवी ,सुनीता वर्मा, साक्षी ,मधु, कश्यप देवांशी, गुंजन वर्मा शिवानी शुक्ला निशा मिश्रा रुचि दुबे शिखा उपाध्याय कंचन भारती सबरीन बानो अंजली शर्मा सोनाली आदि छात्राएं उपस्थिति रही।