भारतीय मसालों में प्रमुख दालचीनी सदियों से घर-घर में इस्तेमाल की जाती रही है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि अपने औषधीय गुणों के कारण कई बीमारियों के उपचार में भी सहायक है। दालचीनी से पेट की बीमारियों, सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-छोटी बीमारियों का इलाज घर पर ही बड़ी आसानी से किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल के बारे में बता रही हैं रजनी अरोड़ा
कोल्ड या इन्फ्लुएंजा होने पर तुलसी के पत्तों के साथ दालचीनी पाउडर मिलाकर चाय पीने से आराम मिलता है। एक चम्मच शहद में एक-चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर दिन में दो-तीन बार इस्तेमाल करने से पुराने कफ और सर्र्दी में राहत मिलती है। खांसी के इलाज में एक कप गर्म पानी में 1/2 चम्मच अदरक, 1/4 चम्मच लौंग और 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर मिला कर कुछ दिनों तक नियमित सेवन करें।
पेट संबंधी विकारों को करे कम
दालचीनी में मौजूद मिनरल मैगनीज, फाइबर और एसेंसियल ऑयल पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। दालचीनी चाय में पुदीना मिलाकर पिएं। दस्त रोकने के लिए दिन में दो बार पानी के साथ 3 ग्राम दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल करें। शहद के साथ दालचीनी, अदरक और जीरे का पाउडर बराबर मात्रा में मिलाकर एक चम्मच मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार लेने से दस्तों में राहत मिलती है।
आर्थराइटिस के दर्द में दे राहत
दालचीनी में मौजूद सिनामोमॉम यौगिक एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी का काम करता है। दिन में दो बार एक चम्मच शहद में एक चौथाई चम्मच दालचीनी का पाउडर मिलाकर इसका इस्तेमाल करने से आथ्र्राइटिस के दर्द में आराम मिलती है। 2/3 भाग पानी और 1/3 भाग शहद के साथ एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर बने पेस्ट को दर्द वाली जगह पर लगाने से भी आराम मिलता है।