गोंडा। सशर्त दुकानो के खुलते ही शहर मे जहाँ पहले की अपेक्षा चहलकदमी बढ गयी है।वही इस ढील मे बहुत से लोगो को प्रशाशन के सामने ही लॉक डाउन की धज्जियां उडाते हुए देखा गया।
जिला प्रशाशन के द्वारा सोमवार 4मई को शर्तो के साथ दुकाने खोलने की इजाजत दी गयी थी।इसके क्रम मे शहर मे कई जगहों पर दुकाने खुली हुई थी,तो कही बन्द।कुछ जगहो पर लोग झुंड मे नजर आ रहे थे ,तो कहीं नियमो का पालन करते नजर आ रहे थे।शराब की दुकानो पर कई जगह लोग प्रशाशन की मौजूदगी मे भी लॉक डाउन की खुल कर धज्जियां उडाते दिखाई,पड़े।
शहर मे बड़गांव के पुल उस पार मौजूद अन्ग्रेजी शराब की दुकान पर लोग नियमों को ताक पर रख सामुहिक रूप से झुंड मे शराब खरीद रहे थे।जबकि रानी बाजार स्थित एक शराब की दुकान पर लोग उचित दुरी बना कर लाईन मे शराब ले रहे थे।लेकिन उनमे कई लोग ऐसे थे जिन्होने माश्क नही लगा रखा था।जबकि वहां पुलिस की भी मौजूदगी थी।किराना,रेपेरिंग,मशीनरी पार्ट,व कई अन्य दुकाने भी खुली हुई नजर आयी।इसी तरह चौक बाजार की तरफ जब नजर दालि गयी तो वहां सन्नाटा पसरा नजर आया।इस क्षेत्र मे एक भी दुकाने खुली नजर नही आयी।
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रमजान के महीने मे भी इस क्षेत्र मे बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ है।जनपद का मुख्य बाजार होने की वजह से यहां जुता चप्पल, कपडे, काश्मेटिक व जरूरत के अन्य उपयोगी सामान यहां बड़ी आसानी के साथ मिल जाते हैं। फिर भी यहां सन्नाटा है।कई लोगो से बात करने पर वजह समझ मे आयी,कि आज के दिन जिला प्रशाशन से कुछ बात चीत हुई है।दुकानो को सम्भ्वता कल खोला जायेगा।
मानव जीवन सुचारु रूप से चलता रहे,इसके लिये प्रशाशन द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है।लेकिन इस आजादी मे भी खतरे की भयावहता का एहसास करने के लिये,प्रशाशन को सतत प्रयास करते रहना होगा।नियमो मे दी गयी ढील मे भी लॉक डाउन के नियम तोडने की छूट किसी को नही दी जानी चाहिए।ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही करने की भी जिम्मेदारी प्रशाशन की ही है।
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