गोण्डा। शुक्रवार को पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्ेन से एक श्रमिक का शव भी पहुंचा जिसे रेल प्रशसान ने स्थानीय प्रशासन को सोंप दिया, स्थानीय प्रशासन की उदासीनता यह रही कि जब जानकारी के लिए सिटी मजिस्ट्ेट से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका सीयूजी नम्बर स्विच आफ रहा।
प्रत्येक दिन की भातिं शुक्रवार की दोपहर लगभग दो बजे झाँसी से चलकर गोरखपुर जाने वाली श्रमिक स्पेशल 04163 से गोरखपुर के थाना रामपुर निवासी रामलखन निषाद पुत्र मंगडू का शव ट्ेन से उतारा गया। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय रेल प्रशासन को कानपूर के आस पास हुई मौत की इस घटना से कन्ट्ोल द्वारा पहले ही अवगत करा दिया गया था। मृतक रामलखन के मौत की सूचना रेल प्रशासन को उसके साथी गोरखपुर जनपद के थाना खोराबार के दांडी निवासी राकेश पुत्र ब्रह्मदेव के द्वारा दी गई थी !
रेल प्रशासन द्वारा स्थानीय प्रशासन को दी गयी सूचना पर शव को अपने कब्जे मेंं लेने के लिए सिटी मजिस्ट्ेट अपने दल बल के साथ गोण्डा जंक्शन पहुचीं और उसे अपने कब्जे में भी लिया, मृतक रामलखन कोरोना पीडित था या नहीं, उसकी जाचं करायी गयी या नहीं, उसके शव के साथ कौन कौन सी प्रक्रिया अपनायी गयी आदि सवालों की जानकारी के लिए जब सिटी मजिस्ट्ेट के सीयूजी नम्बर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका सीयूजी नम्बर जिसे शासन द्वारा कई बार इस बात के जारी निर्देश की किसी भी स्थिति में अधिकारियों के सीयूजी नम्बर बन्द नहीं रहेगें के बाद भी उनका नम्बर बन्द मिला।
सीयूजी नम्बर के बन्द होने से जहां उपरोक्त जानकारी नहीं मिल पायी वही स्थानीय प्रशासन की उदासीनता भी सामने आयी की कही इस मामले को छुपाने का तो नही प्रयास किया जा रहा या मृतक के शव को आनन फानन मे नियम विरूद्व ठिकाने लगाने की तो कोशिस नहीं की जा रही।