- पात्र महिलाओं और बच्चों को चिन्हित करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कर रहीं सर्वे
- अब तक 616 गर्भवती व धात्री महिलायें तथा 1711 प्रवासी बच्चे किये गए चिन्हित, जिन्हें जुलाई माह में मिलेगा पोषाहार
गोंडा|वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते जनपद में अन्य प्रांतों व राज्यों से आये प्रवासियों को सेहतमंद बनाये रखने का जिम्मा अब महिला एवं बाल विकास विभाग ने लिया है, जिसमें जिले की 2830 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रवासी गर्भवती व धात्री महिलाओं और कुपोषित बच्चों (6 माह से 6 वर्ष तक) को चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी को विभाग की तरफ से चलने वाले पोषण मिशन के अंतर्गत पोषाहार का लाभ दिया जाएगा । यह कहना है जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि शासन से मिले निर्देश के क्रम में विभिन्न प्रदेशों से आई गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने का पत्र प्राप्त हुआ था, जिसके क्रम में जनपद की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इनका चयन चल रहा है | उन्होंने बताया कि अब तक जिन महिलाओं और बच्चों को चिन्हित किया जा चुका है, उन्हें पोषाहार दिया भी गया है। यह पोषाहार पूर्व में चयनित लाभार्थियों का था, जो सभी केंद्रों पर भेज दिया गया है| जुलाई माह में 616 गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा छः माह से छः वर्ष तक के 1711 बच्चों को पोषाहार दिया जाएगा |
उनका कहना है कि जिले के सभी ब्लॉक परियोजनाओं में सर्वे का कार्य पहली जून से निरंतर चल रहा है ।प्रतिदिन प्रवासी लाभार्थियों की सूचना अपडेट की जा रही है,जिसके आधार पर अगस्त माह के पोषाहार की मांग संशोधित की जाएगी । गर्भवती माताओं को एक माह के लिए तीन पैकेट और बच्चों को एक माह के लिए एक पैकेट का वितरण किया जाएगा l
उन्होंने बताया कोरोना से बचने के लिए सावधानियां बरती जा रहीं है, जिसके चलते महिला एवं बाल विकास विभाग पात्र लाभार्थियों को पोषाहार उनके घर पर ही उपलब्ध करा रहा है, ताकि लोगों को घर से निकलना न पड़े एवं सामाजिक दूरी बनी रहे |