सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या एक प्रायोजित हत्या है।एक अभिनेता जो अंतरिक्ष विज्ञान, मेटा फिजिक्स, ज्योतिष, शिव के अर्थ और नासा की खोजो के बारे में बात करता है वह निराशावादी नहीं हो सकता। बताते हैं कि यशराज फ़िल्म्स धर्मा प्रॉडक्शन और बालाजी,रेड चिल्लीस ,आमिर खान प्रोडेक्शन , सलमान खान फिल्मस जैसे बड़े निर्माताओं ने सुशांत सिंह राजपूत को अघोषित बैन कर रखा था। सुशांत कहीं न कहीं नेपोटिज्म के शिकार हो गए एक छोटे शहर से आए सुशांत सिंह राजपूत ने बॉलीवुड में बिना गॉडफादर के अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया था। एमएस धोनी और छिछोरे जैसे हिट फिल्म देने के बाद सुशांत सिंह ने 7 फिल्में साइन की थी,6 महीने में सारी फिल्में सुशांत के हाथ से निकल गई।
प्रसिद्ध फिल्मकार शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में इसका इशारा भी किया है । कंगना रनौत, बबिता फोगाट अनुराग सिंह कस्यप एवम् संजय निरुपम विधायक निरज सिंह बबलू जी आदि तमाम लोगों द्वारा बालीवुड की इस परिवारवाद व गौंगवार की इस घिनौनी मानसिकता का क्षत्रिय गौरव सेवा संस्था विरोध करता है तथा स्व. सुशांत सिंह राजपूत की आत्मा हत्या की गुत्थी को सुलझाने व उनके परिजनों को न्याय के लिए सी.बी.आई.जांच की मांग करता है। जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो बॉलीवुड का यह गैंग सुशांत सिंह राजपूत की मौत का जिम्मेदार है । यह गैंग उन युवाओं के सपनों की मौत का भी जिम्मेदार है,जो छोटे शहरों से आकर अपनी मेहनत से शानदार मुकाम हासिल करते हैं या उसकी कोशिश करते हैं।
उपरोक्त जितने भी प्रोडक्सन हाउस हैं, उनका कृत्य प्रत्यक्षतः आत्महत्या करने को प्रेरित (abettment of suicide)करने की श्रेंणी में आता है क्योंकि किसी भी कलाकार को अगर संगणमत तरीके से, अपनी निहित लालसा के तहत, बिना किसी दोष के, प्रतिबंधित किया जायेगा, ताकि उसे कार्य व रोजगार ना मिले, यह निश्चय हीं आत्महत्या करने को प्रेरित करनेवाला घिनौना कृत्य है। यह कृत्य सतत् व लगातार कई महीने से चल रहा था। अंत में, जब सुशांत सिंह राजपूत को लगा कि इन सारे प्रोडक्सन हाउस के कारण उन्हें कार्य नही मिलेगा तो वो अवसाद से घिर गये एवं उन्हे आत्महत्या करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा। यह ध्यान देने योग्य बात है कि हर आत्महत्या का मूल कारण अवसाद ही होता है। यह इसलिये भी आवश्यक है क्योंकि कोई और कलाकार दूसरा सुशांत सिंह राजपूत ना बने।