बिना रजिस्टर्ड फर्म द्वारा फर्जी बिल से बिक्री किया गया था मोबाइल
गोण्डा। चाइना की कम्पनियां वैसे तो अपने घटिया उत्पादों के लिए जब कुख्यात है परन्तु ये घटियापन किसी के लिए जानलेवा साबित हो जायेगी ऐसा नही सोचा गया था लेकिन चाइना की मोबाइल निर्माता कम्पनी वीवो ने इसे भी सिद्व कर दिया कि उसे अपने लाभ से मतलब है चाहे उसमें किसी भारतीय की जान जाये या रहे।
कुछ ऐसी ही एक घटना जनपद के युवक के साथ घटी जिसमें उसकी जान जाते जाते बची हालाकिं इस घटना में उसे अपने एक पैर में फै्रक्चर को झेलने के साथ साथ साथ शरीर के निचले हिस्से में बुरी तरह से झुलसने का दर्द भी झेलना पड रहा है।
मात्र तीन माह पूर्व लगभग छब्बीस हजार रूप्ये के खरीदे गये वीवो कम्पनी के मोबाइल को युवक अपनी पैंट की जेब में रखकर बाइक से कही जा रहा था, अपने घर से निकल थोडी दूर गया ही था की दायें जेब में रखा वीवो का मोबाइल अचानक फट गया, शरीर के निचले हिस्से में होने वाली भयानक जलन से बचने के लिए उसने किसी तरह गाडी से छलांग लगा दी, इसमें उसका एक पैर बुरी तरह फै्रक्चर हो गया और शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह जल गया। गनीमत तो यह रही कि यातायात कम होने के कारण युवक की जान बच गयी अन्यथा उसे अपनी जान से भी हाथ धोना पडता।
युवक से जब इस सम्बध्ां में वार्ता की गयी तो उसने जनपद मुख्यालय की एक फर्म का हवाला देते हुए बताया कि उसने इस दुकान से मोबाइल जनवरी के आखिरी सप्ताह में 26 हजार रूप्ये का खरीदा था, उल्लेखनीय है कि इस वीवो के 26000 रूप्ये के मोबाइल के खरीदने पर जो बिल दिया गया उस पर न तो विक्रेता का मोबाइल नम्बर ही दर्ज है और न ही जीएसटी नम्बर जिससे पहली ही नजर में यह साबित होता है कि फर्म उक्त फर्म द्वारा सरकारी राजस्व की भी चोरी की जा रही है साथ ही साथ ऐसी दुर्घटना होने पर बिल को फर्जी बता जिम्मेदारी से बचने का भी रास्ता बनाया गया है।
हालाकिं पीडित और आक्रोशित युवक ने बताया है कि वह अपने साथ हुयी इस घटना के लिए वीवो कम्पनी और फर्जी बिल दिये जाने वाले फर्म के उपर आपराधिक मामला दर्ज करा उन्हें इसके लिए सजा अवश्य दिलवायेगा।