गोंडा ! बड़े पैमाने पर ऑनलाइन रेल टिकटों का अवैध कारोबार करने वाले एक अंतर्जनपदीय गिरोह का खुलासा आज गोंडा तथा बस्ती रेलवे सुरक्षा बल ने गोरखपुर लखनऊ हाइवे पर हरैया बस स्टैंड पर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर दो अदद लेपटॉप से सॉफ्टवेयर और मोबाइल से संबंधित रिकॉर्ड बरामद किया गया प्रकरण में फरार तीन अन्य आरोपियों के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया !
प्रभारी आरपीएफ गोंडा प्रवीण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की उक्त गिरोह के द्वारा irctc के ई टिकट बुकिंग के लिये विशेष प्रकार का ANMS सॉफ्टवेयर को बेचने वाला ( पैनल) चलाकर व्हाट्सप ग्रुप के जरिये टिकट एजंटों को मासिक किराये पर दिया जाता था l देश के विभिन्न हिस्सों से टिकट एजेंट को व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर सॉफ्टवेयर खरीद लेते थे जिसे सॉफ्टवेयर id और सॉफ्टवेयर की को व्हाट्सएप लिंक से भेज कर या anydisk सॉफ्टवेयर के जरिये दे दिया जाता था तथा पैसा upi, paytm, बैंक अकाउंट के जरिये मासिक किराये पर सॉफ्टवेयर लिया जाता है l
सॉफ्टवेयर के माध्यम से पैसेंजर डिटेल, ट्रैन डीटेल, बैंक डिटेल , ट्रेवल प्लान की ऑटो फिलिंग, irctc site की ऑटो लॉगिन, कैप्चा बाईपास , otp बाइपास जैसी सुविधा देने के कारण irctc की व्यक्तिगत आईडी पर सामान्य से कई गुना स्पीड से टिकट बुक करने की सुविधा मिलती है l साथ ही फ़र्ज़ी irctc की id भी उपलध भी कराते थे जो फ़र्ज़ी नाम पते से बनाई जाती थी ताकि एजेन्टों तक सुरक्षा एजेंसियों नही पहुँच पाए l पूछताछ पर पता चला कि अभियुक्तगण के पास कुल 160 से अधिक irctc id जप्त की गई शेष का संज्ञान लिया जा रहा है l
सॉफ्टवेयर की बरामद जिस्ट, पूछताछ और बैंक खातों के निरीक्षण के अनुसार उक्त गिरोह ने गत 2 वर्ष में अनुमानित कई करोड़ के रुपये इस अवैध व्यापार से किया है l उक्त दोनों ने यह सॉफ्टवेयर महमूद नामक आदमी से हैंगआउट से चेटिंग कर पैनल की, पासवर्ड, तथा सॉफ्टवेयर लिया जाता है l हैंगआउट की चेटिंग में तीन संदिग्ध खाता भी मिले है जिसमे वर्तमान में 1 करोड़ से अधिक की धनराशि देश के विभन्न हिस्सो से जमा किया l उक्त तीन खातों की धन निकासी पर जिला पुलिस अधीक्षक के आदेश पर रोक लगा दी गई है l
उन्होंने बताया की यदि किसी ग्राहक का टिकिट वेटिंग रह जाता है तो मुम्बई के एक व्यक्ति से मोबाइल नम्बर पर व्हाट्सअप चेटिंग कर VIP कोटा से क्लियर कर दिया जाता है तथा उसे भी भुगतान फ़ोन पे के जरिये कर दिया जाता है
प्रकरण में अभय प्रताप सिंह पुत्र उमेश प्रताप सिंह निवासी जेल रोड गोण्डा उम्र 27 साल जो पिछले सप्ताह पकड़े गए रेडबुल सॉफ्टवेयर मामले भी वांछित है तथा 3 वर्ष पूर्व STF लखनऊ ने भी ई टिकट सॉफ्टवेयर मामले में गिरफ्तार किया था को तथा रेहान सिद्दकी पुत्र रमजान अली निवासी नेवादा थाना शदुल्ला नगर जिला बलरामपुर गोरखपुर उम्र 26 साल को गिरफ्तार किया गया है जबकि मोहम्मद महमूद पुत्र निसार अहमद निवासी मोथा जिला अरवल बिहार जो पूर्व में अहमदाबाद RPF से जेल जा चुका है, अमित पता अज्ञात जो फरार है तथा अज्ञात मोबाइल नम्बर 7303349494 जिस पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा वेटिंग टिकट पर VIP कोटा कराया जाता है और तीन बैंक के खाता धारक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है
गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो लेपटॉप, एक डेक्सटॉप, 02 मोबाइल ,तथा कुल 74 अदद तत्काल व सामान्य रेलवे ई टिकट और काउंटर टिकट प्रति कीमत 2,06,853 /- रुपये जो सॉफ्टवेयर की मदद से अभियुक्त द्वारा उसके एजेंटो ने बनाना बताया जा रहा है बरामद किया गया , जप्त IRCTC फ़र्ज़ी पर्सनल आईडी- करीब 160 id जप्त की गई तथा शेष के प्रयास किये जा रहे है l
मामले में प्रकाश में आये, बैंक खातों के रिकॉर्ड के अनुसार गत 1 वर्ष में कई करोड़ का लेन देन होना पाया गया l
अभियुक्त से पूछताछ में मेहमूद को मुख्य डेवलपर या चीफ सेलर, रेहान सिद्दीकी और अभय प्रताप सिंह को पैनल सेलर, तीन बैंक खाता को कलेक्शन और अमित मोबाइल नम्बर 9452619463 9129696266 को ई टिकट और काउंटर टिकट बनाने का जिम्मा तथा अज्ञात व्यक्ति मोबाइल नम्बर 7303349494 को वेटिंग पर VIP कोटा लगाने का जिम्मा मिला था जिस पर उक्त सभी गिरफ्तार एवम वांछित अभियुक्त के विरुद्ध थाना हरैया में मुकदमा अपराध स0 269/19 अंतर्गत धारा 34,419, 420 आईपीसी तथा 43,65,66, 66C, 66D,70 it act पंजीकरण किया गया तथा
रेलवे आरक्षित टिकट का अवैध व्यापार करने, दुष्प्ररेण करने पर सभी के विरुद्ध रेसुब पोस्ट गोण्डा पर मुकदमा अपराध स 2532 /19 अंतर्गत धारा 143 रेलवे एक्ट पंजीकरण किया गया l मामले की जांच निरीक्षक प्रवीण कुमार द्वारा की जा रही है l
इस बड़े खुलासे में रेसुब प्रभारी निरीक्षक गोण्डा प्रवीण कुमार, ASI लाल साहब सिंह, कांस्टेबल ज्ञानेंद्र सिंह, कांस्टेबल धर्मेंद्र यादव तथा रेसुब पोस्ट बस्ती के सऊनि राजेन्द्र यादव , कॉन्स्टेबल रामप्रकाश तथा कांस्टेबल बेचू खरवार तथा बस्ती के हरैया थाना प्रभारी निरीक्षक मृत्युंजय पाठक व् उनके स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा !