एन सी आर से मनबढ़ दबंगों ने दुसरे दिन भी की जमकर मारपीट
गोण्डा। जनपद में बढ रही अपराधों की कडी में आज एक दिल दहलाने वाला मामला प्रकाश में आया जिसमें एक नाबालिग बच्ची के साथ दरिंदगी को अंजाम देते हुए उसे बलात्कार का शिकार बना लिया गया वहीं दूसरी ओर जमीनी विवाद में हुयी मारपीट में दो लोगों को गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया।
मासूम बच्ची के साथ हुयी यह बलात्कार की घटना जनपद के थाना तरबगंज की है जहां के ग्राम बनगावं की रहने वाली 10 वर्षीय बच्ची रीना काल्पनिक को सांय लगभग साढे छह बजे गांव के ही एक युवक ने अपना शिकार बना लिया। पुलिस ने घटना में कार्यवाही करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। थाना तरबगंज प्रभारी संजय दूबे ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की सूचना मिली थी जिस पर मुकदमा अपराध संख्या 7/19 धारा 376 आईपीसी, 3/4 पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरेपी को हिरासत में ले पूछताछ आरम्भ कर दी गयी है।
वहीं दूसरी घटना जनपद के ही थाना मोतीगंज के करौंदा गांव की है जहां जमीनी विवाद के चलते लगातार दो दिन हुये ख्ूनी संर्घर्ष में दो लोग गम्भीर रूप् से घायल हो गये जिन्हें जिला चिकित्सालय ेमें भर्ती कराया गया है पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी है।
घायलो के परिजनों छविलाल के अनुसार सुबह लगभग साढे नो बजे गावं के ही रहने वाले पाटनदीन, नन्द कुमार, विश्वास, बाबूराम उसके खेत में पहुचें और उसके बेटे अखिलेश को लाठी डडों औ बांके से मारने लगे जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। एक दिन पूर्व ही इन लोगो ने मेरे भाई नन्दलाल पर भी जानलेवा हमला किया था जो कि अस्पताल में भर्ती है। और आज फिर अचानक जमीन पर निर्माण कराने लगे रोकने पर मेरे बेटे अखिलेश पर खेत में ही हमला कर दिया, शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये, सूचना देने पर पहुची पुलिस हमे लेकर अस्पताल आयी जहां अखिलेश को भर्ती कर लिया गया है।
डाक्टरो के अनुसार अखिलेश की हालत नाजूक बनी हुयी है। वहीं घटना के सम्बध्ां में एसओ मोतीगंज शैलेश िंसह ने बताया कि प्रकरण को मुकदमा अपराध संख्या 6/19 धारा 324, 504, 506 के अर्न्तगत दर्ज कर लिया गया है।
विचारणीय यह है कि जब एक दिन पूर्व ही उन्ही हमलावरों ने पीडितों पर हमला किया और मामला पुलिस तक पहुचा भी तो कैसे दूसरे दिन उन्ही हमलावरो ने फिर से पीडितों पर हमला कर दिया। इस दुस्साहस को अंजाम देने में थाना मोतीगंज पुलिस की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही, हुआ यूं कि शनिवार को हुए हमले में जिसमें नन्दलाल वर्मा घायल हुआ उस मामले को पुलिस ने हल्के में लेते हुए मात्र एनसीआर में दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ली जिससें उत्साहित हो हमलावरो ने दूसरे दिन भी उसी प्रकार के प्रकरण को अंजाम दे दिया। जिसमें नन्दलाल का भतीजा अखिलेश गम्भीर रूप् से घायल हो गया। यहां बडी आसानी से समझा जा सकता है कि यदि मोतीगंज पुलिस ने अपनी डयुटी ठीक से निभाई होती और पहले ही दिन आरेपियों पर कार्यवाही की होती तो शायद उन्हें दूसरे दिन अपनी हिमाकत दिखाने की हिम्मत नही पडती।