देवरिया। अस्पतालों की आमानवीयता और रिश्वतखोरी इतनी बढ जायेगी कि उन्हें बच्चों से भी दुश्मनी निभाने में शर्म नही आयेगी, सोचा नहीं जा सकता हैं, घटना कुछ इसी तरह की है मामूली सी रिश्वत न दे पाने के कारण जिले के सरकारी अस्पताल में कर्मचारियों ने छह वर्ष के मासूम को अपनी नाना का स्ट्ेचर खीचने पर विवश कर दिया।
हुआ यूं कि जनपद के बरहज क्षेत्र के नौरा गांव निवासी छेदी यादव पिछले दिनों गावं के ही आपसी विवाद में घायल हो गये थे, उन्हें जनपद के जिला चिकित्सालय में चिकित्सार्थ भर्ती कराया गया था जहां उन्हें प्रतिदिन ड्ेसिंग के लिए ड्ेसिंग रूम में ले जाना पडता था। छंेदी यादव की पुत्री बिन्दू की माने तो उनके पिता को ड्ेसिंग रूम में ले जाने के लिए अस्पताल कर्मिर्यांे द्वारा प्रतिदिन 30 रूप्ये की डिमांड की जाती थी, अत्यंत गरीबी के कारण वे बार बार रिश्वत देने में असमर्थ थे जिसके लिए मना करने पर अस्पताल कर्मियों ने छेदी यादव को डे्सिंग रूम में ले जाने से मना कर दिया।
विवश होकर बिन्दू ने अपने छह वर्ष के मासूम का सहारा लेकर अपने पिता को ड्ेसिंग रूम ले जाना पडा, मासूम द्वारा स्ट्ेचर खीचे जाने की वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया तभी से जिलेे में इस घटना को लेकर हंगामा मचा हुआ है।
हैरानी की बात तो यह है कि जब इस विषय पर सीएमएस जिला चिक्त्सिालय डा0 छोटेलाल से सम्पर्क किया गया तो उन्होनें मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए ढीठपने वाला जबाव दिया कि यदि कोई शिकायत आती है तो कार्यवाही की जायेगी जबकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडिया घटना की पूरी गवाही भी दे रहा है और दोषियों की रिश्वतखोरी की भी कहानी कह रहा है परन्तु भ्रष्टाचार को पोषण दे रहे सीएमएस को जब तक शिकायत नही मिलेगी तबतक वे कार्यंवाही नहंी करेगें।