मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गृह जनपद का है मामला
गोरखपुर। “लालच बुरी बला है” शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जिसने ये कहावत न सुनी हो लेकिन इस कहावत के अनुरूप आचरण करने वाले यदकदा ही दिखाई देते हैं, इसी कहावत को नज़रअंदाज करने का नतीजा इस घटना में सामने आया जिसमे अपने को विधायक का नजदीकी बताकर एक ठग ने व्यापारी से एक दो नहीं बल्कि पुरे 58 लाख की ठगी कर ली, ठगे जाने का अहसास और पैसे वापस न मिलता देख पीड़ित ने अंततः पुलिस की शरण ली, पुलिस ने प्रकरण को सज्ञानं में ले अपनी जाँच आरम्भ कर दी है।
घटना थाना झंगहा के ग्राम राघवपट्टी निवासी व्यवसाई जितेंद्र साहनी से जुडा है, पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में जीतेन्द्र ने बताया की वह विशाखापत्तनम में पिछले लगभग दस वर्षो से फर्नीचर का व्यवसाय करता है जो काफ़ी अच्छा चल रहा है, लगभग तीन वर्ष पूर्व अपने को विधायक का करीबी बताने वाले बढ़हलगंज निवासी एक व्यक्ति से मुलाक़ात हुई, उसने बताया की उसका बालू खनन का व्यवसाय है, विधायक के करीबी होने का करण प्रशासन का सहयोग मिलता है जिससे उसे काफ़ी फायदा होता है, उसने अपने बालू के व्यवसाय में पैसा लगाने को उसे उकसाया जिससे बहकावे में आकर उसने कई बार में 58 लाख रुपये दें दिए।
काफ़ी समय बीतने के बाद ज़ब उससे पैसे की मांग की गई तो उसने फिर से उसे बहकाते हुए कहा की उसे अच्छा लाभ हो रहा है जैसे ही रकम एक करोड़ होती है उसे मिल जाएगी। ऐसा करते करते लगभग दो वर्ष बीत गए लेकिन उसने एक रुपया भी वापस नहीं किया, इस बीच ज़ब उस व्यक्ति के गाँव जाना हुआ तो वहां उसे कई नये वाहन दिखाई दिए, मुलाक़ात पर ज़ब फिर पैसे की मांग की तो वह पैसा देना तो दूर उल्टे उसे धमकी देने लगा की उसकी पहुँच बहुत ऊपर तक है ज्यादा शोर मचाया तो फर्जी मुक़दमे में जेल भिजवा देगा।
जीतेन्द्र ने अपने पास मौजूद सभी साक्षयों सहित पुलिस से शिकायत की जिसपर पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है।