समस्या के लिये जिलाधिकारी है जिम्मेदार : जनपद न्यायाधीश
मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय स्थापना के विरोध में अधिवक्ताओं का आन्दोलन पांचवे दिन भी जारी
गोण्डा। जिला बार व सिविल बार एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में अधिवक्ताओ ने अध्यक्ष दीनानाथ त्रिपाठी, वीरेंद्र त्रिपाठी एवं महामंत्री मनोज कुमार सिंह,प्रदीप कुमार पाण्डेय के नेतृत्व मे शनिवार को डी एम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया।
धरना स्थल पर आयोजित सभा में जनपद न्यायधीश से मिलने गये अधिवक्ताओं ने गुरुवार को डी जे द्वारा वार्ता के दौरान डी एम को व्यवस्था परिवर्तन का जिम्मेदार ठहराने पर आक्रोश जताया। अधिवक्ताओ ने शनिवार का धरना-प्रदर्शन जिलाअधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर अनिश्चिततकालीन आंदोलन चलाने की चेतावनी दिया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीनानाथ त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में पांचवे दिन के धरना-प्रदर्शन के लिए अधिवक्ताओं को एकजुटता के साथ सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने बताया कि आन्दोलन के मद्देनजर जनपद न्यायधीश अधिवक्ताओ के मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए जो अधिवक्ता शिष्ट मंडल गया था परन्तु बात नही बनी। और उन्होंन कहा कि इस सब कि जिम्मेवार जिलाधिकारी हैं,इसलिए हम अब कलेक्ट्रेट परिसर मे जिलाअधिकारी के कार्यालय के गेट पर ही मंगलवार को धरना-प्रदर्शन आयोजित करेंगे। किया जाएगा।
सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र त्रिपाठी के सुझाव पर धरना-प्रदर्शन कलेक्ट्रेट परिसर मे हुआ,और मंगलवार से अनवरत धरना-प्रदर्शन कलेक्ट्रेट परिसर मे ही जिलाअधिकारी कार्यालय के गेट पर किया जायेगा।
सभा का संचालन संयुक्त रूप से प्रदीप कुमार पाण्डेय व मनोज कुमार सिंह ने और आभार प्रदर्शन वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार पाण्डेय ने किया।
धरना-प्रदर्शन में गोकरन नाथ पाण्डेय, रामकृपाल शुक्ल, माधव राज मिश्र,सुरेश प्रसाद पाठक, विन्देश्वरी प्रसाद दूबे, राजेश मिश्र, राम बुझारत, अरविन्द कुमार पाण्डेय, उपेन्द्र मिश्र, जमील खां,अनिल सिंह, अशोक तिवारी, विजय प्रकाश त्रिपाठी, कौशल किशोर पाण्डेय, रमेश कुमार दूबे, अनुपम शुक्ल, राजकुमार चतुर्वेदी,गिरवर चतुर्वेदी. रजनीश पाण्डेय,रामू प्रसाद, सन्तोष कुमार ओझा , विश्वनाथ सिंह, भगौती प्रसाद,भगौती प्रसाद मिश्र, जय दिनेश शुक्ल,प्रभात शुक्ल, उत्कर्ष त्रिपाठी, राहूल,राजीव कुमार,अजय तिवारी, त्रिपाठी,जगन्नाथ शुक्ल,अजयविक्रम सिंह, रविप्रकाश पाण्डेय, गौरीशंकर चतुर्वेदी,रीतेश यादव,अतुल कुमार श्रीवास्तव,प्रमोद नन्दन श्रीवास्तव,इक़बाल बहादुर श्रीवास्तव,जयदिनेश शुक्ल,भगौती प्रसाद मिश्र, अविनाश पाण्डेय,उत्कर्ष त्रिपाठी,परशुराम मौर्य,नन्दकुमार शुक्ल,अविनाश पाण्डेय, सहित मुख्यालय के अधिवक्ता मौजूद रहे।