लखनऊ। रामपुर के उपचुनाव के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव के इस बयान पर कि ‘मेरी सरकार में योगी जी की फाइल आई थी, परंतु हमने कठोरता नही दिखाई’ इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इससे तो साफ साबित होता है कि अंदर खाने में समाजवादी पार्टी लगातार बीजेपी के साथ मिली हुईं हैं और मददगार है।
श्री खाबरी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को याद दिलाया कि आज उत्तर प्रदेश में भय, नफरत और बंटवारे की जो राजनीति है। उसके लिए भारतीय जनता पार्टी की पिच को मजबूत करने का काम समाजवादी पार्टी ने हमेशा किया है।
श्री खाबरी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को याद दिलाते हुए कहा की जब वह सरकार में थे।तब उन्हें भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल आपराधिक चरित्र और प्रोफाइल के नेताओं के साथ कड़ाई से कानून का अनुपालन कराना चाहिए था।
श्री खाबरी ने कहा कि समूचे उत्तर प्रदेश के दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों ने देखा है कि समाजवादी पार्टी सरकार में बीजेपी द्वारा नफरत विघटन बंटवारे की साजिशों पर सपा मूकदर्शक बनकर धुवीकरण की राजनीति का लाभ लेती रही। जिससे उत्तर प्रदेश का विकास और सामाजिक ताना-बाना लगातार बिगड़ता गया।
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गोंडा में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर और वर्तमान में श्री कृष्ण गीता राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लालगंज, आजमगढ़ के प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह के जानकी नगर,गोंडा स्थित आवास पर पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी बसंत पंचमी काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ । बसंत पंचमी काव्य गोष्ठी के इस एकादश वार्षिकोत्सव का आयोजन गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी दोनों एक साथ पड़ जाने के कारण दिनांक 29 जनवरी 2023 दिन रविवार को किया गया।
इस काव्य गोष्ठी में कुल 51 कवियों और शायरों ने अपने रचनाओं का वाचन किया । इस काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता साहित्य भूषण पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर सूर्यपाल सिंह ने किया। साहित्य भूषण शिवाकांत मिश्रा विद्रोही इस काव्य गोष्ठी के प्रमुख आकर्षण रहे । इस काव्य गोष्ठी का संचालन विनय शुक्ल अक्षत के द्वारा किया गया ।
काव्य गोष्ठी में रचना प्रस्तुत करते हुए जानी-मानी कवित्री ज्योतिमां शुक्ला रश्मि ने पढ़ा कि “बदलते वक्त ने आखिर किसी को भी नहीं छोड़ा, तुझे तुझसा नहीं छोड़ा मुझे मुझसा नहीं छोड़ा।” साहित्य भूषण शिवाकांत मिश्रा विद्रोही ने अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि “मानव से प्राप्तियां महान नहीं होती हैं, प्राप्तियां घमंड का स्थान नहीं होती हैं । छोटा और बड़ा होना भ्रम है दुनिया का, हाथों की उंगलियां समान नहीं होती हैं ।” अपनी रचना पढ़ते हुए बी पी सिंह वत्स ने कहा कि “बढ़ गया जादू टोना चले आइए , सुना घर आंगन कोना चले आइए । आपके बिन सूनी होली लगे, डर दिखाएं करोना चले आइए।” जाने-माने चित्रकार जे. पी. गुप्त ने पढ़ा “सूनी है वसुंधरा और सूना भी आज गगन है ।” कवि शिवाजी सेन ने रचना प्रस्तुत किया “उजालों की सुनहरी धूप को हम शाम लिखते हैं , हम अपने प्रेम के दर्पण पर जिनका नाम लिखते हैं। सनातन की यही शक्ति निराली सारे जग में है ,वह पत्थर तैर जाते हैं जिन पर राम लिखते हैं ।”
इस कार्यक्रम के संचालक जाने-माने कवि विनय अक्षत ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा “किसी आलोक में व्यक्तित्व की खुशबू अलग होती, गुलाबों को लगाते क्या किसी ने इत्र देखा है ।” कार्यक्रम के प्रारंभ में हरिराम शुक्ल प्रजाग़र ने सरस्वती वंदना की और जमील आजमी ने अपने रचना पढ़ते हुए कहा कि “हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी एक हैं ,यह डंके की चोट पर मैं निर्भय लिखता हूं ” प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह ने कहा “दोहराइए मत बात को जो कह दिया तो कह दिया, फिर आइएगा रात को जो कह दिया तो कह दिया ।” प्रोफेसर मंसाराम वर्मा ने अपनी रचना पढ़ी “कुसुम कुसुम लता लता तमाल मंजरी, अलशाया भृंग खोजे रसाल मंजरी ।” कवि ज्ञानी ने अपनी रचना पढ़ी “मुर्दों के सामने सर झुकाता है कौन, दैत्य जब मारता है तो बचाता है कौन ।” अपनी रचना पढ़ते हुए अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा “मतलबी लोग ही इस देश का अंधियारा हैं आप उजाले की तरह इनको मिटाते रहिए ।” जाने-माने शायर ईमान गोंडवी ने पढ़ा ” नींद आंखों पर रहम खा कि बहुत रात हो गई ।” मशहूर शायर नजमी कमाल गोंडवी ने पढ़ा कि “यूं ही आसानी से मिलती नहीं मंजिल सबको, लोग गिरते थे संभलते थे चला करते थे । जाने क्या मुझसे खता हो गई ऐसी नजमी कट के चलने लगे जो सटके चला करते थे ।” राष्ट्रीय स्तर के शायर याकूब गोंडवी ने अपनी रचना पढ़ते हुए कहा कि ” वो जब आईने में सवारेगे सूरत, तो हो जाएगा आईना खूबसूरत ।” मशहूर शायर कौशल सलमानी ने कहा “झूठों को इस जमाने में शोहरत बहुत मिली, सच बोलने के बाद संभलना पड़ा । ” कवि परीक्षित तिवारी ने अपनी रचना प्रस्तुत करके लोगों को बहुत हंसाया । मशहूर कवि केसर गोंडवी ने अपनी रचना पढ़ते हुए कहा ” ऐ जमाने मेरे दिल को कब तलक बहलाएगा , वक्त के शोलों से जो बोलेगा वह जल जाएगा।”
कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर सूर्यपाल सिंह कि कविता “पर अभी संभावना है” से हुआ। कवि गोष्ठी के दौरान मौजूद अन्य लोगों में प्रोफेसर संदीप कुमार श्रीवास्तव, प्रोफ़ेसर रामसमुझ सिंह, प्रोफेसर श्रीनिवास राव प्रमुख रहे और इन्हीं के निवेदन पर कवियों तथा शायरों ने अपनी प्रतिनिधि रचनाओं को पढ़ा ।
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक अम्बर प्रताप सिंह के दिशा निर्देश पर मण्डल के विभिन्न स्टेशनों पर बिना टिकट/अनियमित यात्रा एवं अनबुक्ड लगेज तथा गंदगी फैलाने वाले रेल यात्रियों के विरूद्व वाणिज्य विभाग द्वारा नियमित जॉच अभियान चलाया जा रहा है।
माह जनवरी 2023 में चलाए गए जॉच अभियान में स्टेशनों पर गन्दगी फैलाने वाले 305 व्यक्तियों से जुर्माने के रूप में रू. 35,960/- (पैतीस हजार नौ सौ साठ) के राजस्व की प्राप्ति हुई। बिना टिकट/अनियमित यात्रा के 60,343 मामले पकड़े गये, जिससे रू. 4,57,73,595/-(चार करोड़ सत्तावन लाख तिहत्तर हजार पॉच सौ पन्चांबे) मात्र के राजस्व की प्राप्ति हुई। इस माह जनवरी 2023 के टिकट जॉच अभियान से कुल रू. 4,58,09,555/- (चार करोड़ अठठावन लाख नौ हजार पॉच सौ पचपन) मात्र राजस्व की प्राप्ति हुई।
वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक अम्बर प्रताप सिंह ने बताया कि लखनऊ मण्डल में पिछले वित्तीय वर्ष 2021-2022 में बिना टिकट/अनियमित एवं अनबुक्ड लगेज तथा गंदगी फैलाने वाले 8,42,986 मामलों में रेल यात्रियों से रू. 59,66,45,733/-(उनसठ करोड़ छियासठ लाख पैतालीस हजार सात सौ तैतीस) राजस्व प्राप्त हुआ था। लखनऊ मण्डल द्वारा टिकट जॉच में नये कीर्तिमान स्थापित करते हुए चालू वित्तीय वर्ष में अपै्रल 2022 से जनवरी 2023 के मध्य मात्र 10 महीनों में टिकट जॉच के दौरान 7,98,093 मामलों में 60,19,63,333/-(साठ करोड़ उन्नीस लाख तिरसठ हजार तीन सौ तैतीस) का राजस्व अर्जित कर लिया गया है।
टिकट जॉच अभियानों को सफल बनाने में मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक, सहायक मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक एवं मुख्य चल टिकट निरीक्षकों का विशेष योगदान रहा।
संतकबीरनगर। अलीगढ़ जनपद से एक विवाहिता अपने पति की दूसरी शादी रुकवाने के लिए अपने परिजनों के साथ खलीलाबाद पहुंच गयी है। उसका आरोप है कि उसके पति ने दो साल पूर्व उससे शादी की थी तथा अब वह अपने परिजनों तथा राजनैतिक सहयोगियों की बदौलत दूसरी शादी करने जा रहा है। अपनी दूसरी शादी करने के लिए उसने संतकबीरनगर जनपद के महुली थानाक्षेत्र के मुखलिसपुर में स्थित एक मैरेज हाल को चुनाव किया है। उसकी शादी 7 फरवरी दिन मंगलवार को होगी तथा लड़की वाले अंबेडकरनगर जिले के रहने वाले हैं।
अलीगढ़ जनपद के थाना बन्ना देवी के खैर बाईपास रोड , बुद्ध बिहार कालोनी निवासी मंगल सैन की पुत्री अंजली कुमारी ने बताया कि उसकी शादी 28 अक्टूबर 2020 को हिन्दू रीति रिवाज के साथ आर्य समाज अलीगढ़ के मंदिर में गोरखपुर जनपद के राजघाट थानान्तर्गत हांसूपुर चमरौठी निवासी प्रदीप कुमार मंझवार पुत्र भोलानाथ मझवार के साथ हुआ था। इसके बाद उसके पति के साथ ही ससुर भोलानाथ मंझवार, सास कौशल्या देवी, जेठ आशीष, अजय तथा देवर विशाल व ननद रागिनी व नीलम उसके परिजनों से दहेज की मांग करने लगे। इसके बाद प्रदीप ने उसे अलीगढ में रखा तथा खुद बलिया चला आया। बलिया जनपद के सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कैथौली शाखा में वह काम करता है । इस मामले में अलीगढ़ जनपद के 14 अगस्त 2021 को दहेज उत्पीडन, जालसाजी तथा अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमे के दौरान कई बार सुलह के भी प्रयास दूसरे पक्ष के लोगों के द्वारा किया गया। इसी दौरान गोरखपुर से कुछ लोगों के द्वारा उसे सूचना मिली कि उसका पति अंबेडकर नगर जनपद के बिड़हरघाट निवासी प्रिंसी पुत्री कमला मंझवार के साथ कर रहा है। यह शादी संतकबीरनगर जनपद के नाथनगर थानान्तर्गत मुखलिसपुर कस्बे में स्थित सिद्धी मैरेज हाल में 7 फरवरी दिन मंगलवार को होगी। उसकी बारात दोपहर दो बजे से गोरखपुर के राजघाट थानाक्षेत्र से निकलेगी। उसने इस मुकदमें की प्रति के साथ ही साथ शादी की फोटो साथ ही हाईकोर्ट के आदेश की प्रति भी दी है। उसके परिजन पिछले दो दिनों से जिले में रुके हुए हैं तथा पुलिस अधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
देखना यह है कि पुलिस इस मामले में उनकी गुहार कहां तक सुनती है और मिशन शक्ति का दम भरने वाली भाजपा सरकार में उसे न्याय मिलता है या नहीं। इस मामले में अब क्या होता है यह तो मंगलवार को ही पता चलेगा। वहीं उसके परिजनों का कहना है कि वह न्याय के लिए जारी अपनी लड़ाई को आगे तक ले जाएंगे और किसी भी दशा में मुकदमें के निस्तारण से पहले उसकी शादी नहीं होने देंगे।
अंजली कुमारी ने बताया कि उसका पति उसके साथ अलीगढ़ में रहता था। उसने उससे बहला फुसलाकर शादी की। वहां पर उसके साथ शादी करने के बाद वहां से घर चला आया। वर्तमान समय में वह सेंट्रल बैंक के बलिया जिले की कैथौली शाखा में तैनात है।
अंजली को न्याय दिलाने उसके साथ आए उसके पिता, भाई, भतीजे तथा अन्य लोगों ने पुलिस से जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि पुलिस उनको सुरक्षा प्रदान करे, अन्यथा उसके साथ हुई किसी भी घटना के लिए मुकामी पुलिस ही जिम्मेदार होगी । वहीं अंजली का कहना है कि वह न्याय के लिए कुछ भी कर सकती है ।
इस मामले में महुली के थानाध्यक्ष संतोष कुमार मिश्रा ने पूछने पर बताया कि लड़के वालों का घर गोरखपुर जनपद के राजघाट थानाक्षेत्र में है। इसलिए परिजनों को गोरखपुर के राजघाट थाने से सम्पर्क करने के लिए कहा गया है। बारात मंगलवार को उसके घर से उठेगी इसलिए वह वहां जाए और अपनी बात कहे। वहीं की पुलिस कार्रवाई करेगी।
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