जौनपुर। एक ट्क के चालक को जिन्दा इस लिए जला दिया गया क्योकि वह अपने ट्क का बकाया नही जमा कर पा रहा था।
जिले से दिल दहलाने वाला यह वाकया बुधवार को सामने आया जिसने सभी जनपद वासियों की नींद उडा दी। मिल रही जानकारी के अनुसार यह घटना जनपद के बदलापुर थाना क्षेत्र के सरोखनपुर में घटी जिसमें सरायमीर कोतवाली क्षेत्र के पेडरा गांव निवासी सत्यप्रकाश जो कि अपना खुद का ट्क चलाता है, सत्यप्रकाश ने ट्क को फायनेन्स कम्पनी द्वारा ऋण पर लिया था।
बंुधवार को सत्यप्रकाश अपने पुत्र श्यामानन्द के साथ ट्क पर गिटटी लाद कर रीवा से आजमगढ जा रहा था, आज लगभग 11 बजे थे जब वह बदलापुर पहुचा तो अचानक एक कार में सवार कुछ लोगो ंने उसे रोक लिया और स्वयं को फायनेन्सर कम्पनी का कर्मचारी बताते हुए कहा कि ट्क का पाच किश्त बकाया है इस पर जब सत्यप्रकाश ने कारेाना काल का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने भी इस दौरान किश्त जमा करने से छूट दी है, इस पर सत्प्रकाश और कार सवार लोगों में बहस शुरू हो गयी, इसी दौरान कार सवार लोगों ने सत्यप्रकाश पर पेट्ोल डाल कर आग लगा दी।
सत्यप्रकाश के पुत्र श्यामानन्द ने बताया कि चीख पुकार और शोर सुनकर आस पास के ग्रामीण आये और उन्होनें किसी तरह कपडे आदि डालकर जलते हुए सत्यप्रकाश को बचाया और कार सवार लोगों में से दो लोगो ंको पकड लिया। इसी दौरान वहा पुलिस आ गयी जिन्होनें पकडे गये लोगोे को अपनी हिरासत में लेते हुए गम्भीर रूप् से घायल सत्यप्रकाश को अस्पताल पहुचायां।
हैरानी तो तब हुयी जब इस बावत थानाध्यक्ष संतोश राय ने घटना के लिए स्वयं सत्यप्रकाश को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि कार सवार और उसके बीच हुए बहस के दौरान स्वयं सत्यप्रकाश ने अपने उपर पेट्ोल डाल कर आग लगा ली है।