बच्चों के सामने विदेशी महिला के साथ गैंगरेप का था मामला
पाकिस्तान। जिस देश में दूसरे धर्म के साथ साथ इस्लाम मानने वालों की भी इज्जत और जीवन सुरक्षित न हो और अपराधियो ंको सत्ता से लेकर कोर्ट तक का सरक्षण प्राप्त हो वहां गैगरेप के आरोपियो को मौत की सजा सुनाई जाये तो आश्चर्य ही होगा।
जीं हां पाकिस्तान के लाहौर स्थित न्यायालय ने गैगरेप के आरापियो ंको मौत की सजा सुनाई है। कोर्ट के इस निर्णय पर सवाल इस लिए खडे हा रहे हे कि जब पाकिस्तान में दूसरे धर्म के मानने वालों के साथ अल्पसंख्यक मुसलमानो पर भी बडे पैमाने पर अत्याचार होते रहते है ओैर न्यायायल भी आरपियो के पक्ष में खडा दिखाई देता है तो इस मामले मे आखिर सजा क्यों और कैसे सुनाई गयी। सजा सुनाने का प्रमुख कारण माना जाता है पीडित का मूल रूप् से पाकिस्तानी होना।
मिल रही जानकारी के अनुसार पाकिस्तान मूल की फा्रसीसी महिला का पिेछले वर्ष सितंबर मे ंउस समय बलात्कार के दोषी आबिद माल्ही तथा शफकत अली ने बंदूक की नोक पर बलात्कार किया था ज बवह बच्चो के साथ सूनसान जगह मे ंफस गयी थी ओर मदद की गुहार लगा रही थी। बताया जाता है दाषियो ंने बलात्कार के बाद महिला से उसका पर्स, मोबाइल, उसके जेवरात तथा एटीएम कार्ड तक लूट लिया था।
ज्ञात हो कि लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत ने शनिवार को यह फैसला सुनाया। इस मामले की पूरी सुनवाई जेल से ही हुयी थी। आरापियो को मौत की सजा के साथ साथ उन पर पचास पचास हजार रूप्ये का अर्थदण्ड भी लगाया गया है मामले में पचास से भी अधिक गवाहों द्वारा दी गयी गवाही के आधार पर यह फैसला आया है।